रिशिकेश में धनतेरस 18 अक्टूबर को, दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई गई। माता लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त और मंदिरों में 108 दीपों की महाआरती।
Dhanteras 2025 Celebration in Rishikesh रांची: रिशिकेश में कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 18 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। यह त्योहार दीपावली की शुरुआत का प्रतीक है और भाईदूज 23 अक्टूबर तक विभिन्न शुभ अवसरों के साथ मनाया जाएगा। इस साल दीपावली सोमवार, 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
कार्तिक अमावस्या 20 अक्टूबर को दोपहर 02:44 बजे से प्रारंभ होगी और अगले दिन संध्या 04:26 बजे तक रहेगी। इसी दिन रात्रि व्यापिनी अमावस्या भी है। इसलिए इस वर्ष दीपावली 20 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी।
Key Highlights:
कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 18 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया गया।
दीपावली 20 अक्टूबर को, भाईदूज 23 अक्टूबर तक मनाई जाएगी।
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार माता लक्ष्मी पूजा के लिए वृष लग्न सबसे शुभ माना गया।
श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में धनतेरस पर भगवान का विशेष श्रृंगार और 108 दीपों का आयोजन।
व्यापारियों के लिए वृश्चिक और कुंभ लग्न में पूजा विशेष लाभदायक।
ज्योतिष शालिनी वैद्य के अनुसार दीपावली समृद्धि और सौभाग्य लेकर आती है।
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार गृहस्थों के लिए माता लक्ष्मी की पूजा का सर्वोत्तम समय वृष लग्न में शाम 06:51 से 08:48 बजे तक है। इसके अलावा वृश्चिक लग्न में प्रातः 08:16 से 10:23 बजे तक और कुंभ लग्न में अपराह्न 02:13 से 03:44 बजे तक पूजा करना लाभकारी होगा। प्रदोष काल संध्या 05:17 से 07:56 बजे तक और अभिजीत मुहूर्त दिन 11:10 से 11:56 बजे तक शुभ माना गया है।
धनतेरस के दिन श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, अपर बाजार में भगवान का विशेष श्रृंगार कर पूजा का आयोजन किया गया। दीपावली के दिन यहां महाआरती होगी। नए वस्त्र और चांदी के मुकुट से भगवान का श्रृंगार किया जाएगा। सवा पांच किलो लड्डू का भोग अर्पित किया जाएगा और 108 दीप जलाए जाएंगे।
व्यापारियों के लिए शुभ लग्न:
वृश्चिक: प्रातः 08:06–10:23
कुंभ: अपराह्न 02:13–03:44
वृष: संध्या 06:51–08:48
सिंह: रात्रि 01:19–03:33
प्रदोष काल: संध्या 05:17–07:56
दीपावली के पूजन का चौघड़िया इस प्रकार है:
अमृत: प्रातः 05:49–07:15
शुभ: प्रातः 08:41–10:07
चार: अपराह्न 12:59–02:25
लाभ: अपराह्न 02:25–03:51
अमृत: संध्या 03:51–05:17
चार: संध्या 05:17–06:51
लाभ: रात्रि 09:59–11:33
शुभ: रात्रि 01:07–02:41
ज्योतिष शालिनी वैद्य के अनुसार दीपावली का शुभ दिन हर व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आता है। इस दिन घरों और मंदिरों में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाती है।
पूजन विधि:
पूजा की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। पहले गणेश जी की पूजा, फिर पंचामृत और गंगाजल से माता लक्ष्मी का अभिषेक करें। श्रृंगार सामग्री अर्पित करें और फल, खीर, मिठाई आदि का भोग लगाएं। अंत में धूप और दीप जलाकर आस्था के साथ पूजा संपन्न करें।
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