कोयले की चोरी नहीं, लोगों की आजीविका की नजर से देखा जाय इसको
Dhanbad– एक फरवरी को गोपीनाथपुर में चाल धंसने के बाद मृतक के परिजनों से मिलने माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य निरसा को दौरे पर हैं. दीपांकर भट्टाचार्य ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात और घटना स्थल के दौरे का बाद कहा कि हादसे की जिम्मवारी प्रबंधन, ज़िला प्रशासन और सरकार की है. यहां के हालत बताते हैं कि इलाके में कोल माफिया का राज कायम है और चंद पैसों के लिए गरीब की जिंदगी से खेल जा रहा है. प्रशासन और कंपनी तत्काल पीड़ित परिवारों को मुआवजा का भुगतान करे.
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बता दें कि अब तक प्रशासन की ओर से पांच लोगों की मौत की ही पुष्टि हुई है. जबकि दीपांकर भट्टाचार्य का दावा इस हादसे में करीबन 15 लोगों की मौत की है.
तीन कृषि कानूनों की वापसी से सबक ले हेमंत सरकार
बोकारो और धनबाद में जारी भाषा विवाद पर दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार को तीन कृषि कानूनों की वापसी से सबक लेते हुए स्थानीय लोगों की मांग पर विचार करनी चाहिए. भाषा के सवाल पर नये सिरे से चर्चा होनी चाहिए. सरकार का पूरा फोकस रोजगार पर होनी चाहिए. सरकार को स्थानीय नीति तय कर स्थानीय लोगों को रोजगार देना चाहिए.
जबकि बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का दावा 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने की थी, लेकिन इस बजट में इसकी चर्चा भी नहीं की गयी. किसानों की समस्याओं पर केन्द्र सरकार ने चुप्पी साध रखी है. एमएसपी पर कोई बात करने को तैयार नहीं है.
बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर हो चुनाव
जबकि पांच राज्यों में होने वाले चुनाव पर कहा कि चुनाव महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर होनी चाहिए न की धर्म संसद और 80 बनाम और 20 के सवाल पर. इन पांचों राज्यों में भाजपा की हार तय है.
रिपोर्ट- राजकुमार