औरंगाबाद : जहरीली शराब मौत मामले में 70 लोग गिरफ्तार

डीएम सौरभ जोरवाल ने की पुष्टि

औरंगाबाद : जहरीली शराब पीने से तीन की मौत- मदनपुर में एक बार फिर

जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में एक शिक्षक भी शामिल है.

लेकिन जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल द्वारा जहरीली शराब से तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है.

उन्होंने कहा कि जहरीला स्प्रिट से 3 लोगों की मौत हुई है अन्य लोगों के मौत का कारण स्पष्ट नहीं है.

हालांकि स्थानीय लोगों का दावा है कि मौत का आंकड़ा 10 पार कर चुका है.

बता दें कि 3 दिन पहले भी रानीगंज में शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई थी.

घटना मदनपुर प्रखंड के खिरियावां गांव की है.

लोगों का कहना है कि 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत हो गई,

इनमें तीन लोगों की स्प्रिट शराब से मौत होने की पुष्टि खुद जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने की है.

जबकि कई के शव को आनन-फानन में जला दिया गया है.

23 मई को सोमवार की रात शिव साव की अचानक तबीयत बिगड़ी,

जिसके बाद परिजनों ने निजी क्लिनिक में भर्ती कराया, लेकिन उनकी मौत हो गई.

मौत पर परिवारवालों ने दिया गोलमटोल जवाब

मृतक शिव साव अपने परिवार का सहारा थे. चक्की मिल चलाकर गुजारा करते थे.

बेटा दुकान चलाता है लेकिन पूरे परिवार की जिम्मेवारी उन्हीं के कंधों पर थी.

उनकी मौत के बाद अब परिवार बेसहारा हो गया.

परिवार न तो खुल कर रो रहा है और न ही खुलकर मौत के बारे में बता रहा है.

बस कह रहा है आंखों की रोशनी गई और देखते ही देखते मौत हो गई.

परिवार का यह भी मानना है कि लोग नहीं चेते तो कईयों की जिंदगी समाप्त हो जाएगी.

विभिन्न प्रखंड के इन लोगों की हुई मौत

सलैया थाना क्षेत्र के बेरी गांव निवासी स्वर्गीय धर्मेंद्र मिश्रा के

पुत्र राहुल मिश्रा की मौत मंगलवार की सुबह हो गई. बताया गया कि सोमवार की रात में

उल्टी दस्त के बाद उन्हें झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराया गया.

जहां उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी तो मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया गया.

अररुआ गांव के सुरेश सिंह की मौत मंगलवार को हो गई.

चचेरा भाई कृष्णा सिंह ने बताया कि वह प्रतिदिन शराब पीते थे

और मंगलवार की सुबह खिरियावां पासी टोला गए थे जहां से लौटे तो उनकी तबीयत बिगड़ गई. प्राइवेट क्लीनिक में इलाज के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां उनकी मौत हो गई.

इधर पड़रिया गांव के तिलकेश्वर महतो की मौत मंगलवार को हो गई. उन्हें शेरघाटी इलाज के लिए भेजा गया था मगर रास्ते में ही दम तोड़ दिया. देव प्रखंड के पवई गांव के अनिल शर्मा की मौत होने का मामला सामने आया पता चला कि वह अपने बहनोई राजेश शर्मा के यहां शादी समारोह में शामिल होने खिरियावां पहुंचा था.

अचानक तबीयत बिगड़ी जिसके बाद निजी क्लीनिक में उसे भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई. परिजन शव लेकर पवई चले आए. सलैया के शिक्षक संतोष कुमार साव की भी मौत होने की जानकारी मिली है. हालांकि इन दोनों के परिजन शराब पीने से मौत होने की बात कर रहे हैं.

शराब से मौत का सिलसिला जारी

इस घटना के बाद पूरे जिले में हड़कंप की स्थिति है. जहरीली शराब से मदनपुर में अब तक मौतों का आंकड़ा 10 पार कर चुका है. लेकिन यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है क्योंकि जहरीली शराब का खेप कई जगहों पर बंटा है. यह पुलिस भी मान रही है. 3 दिन पहले रानीगंज में शराब पीने से अलग-अलग गांव के 3 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन 3 दिन बाद खिरियावां में शराब पीने से अलग-अलग गांव के 7 लोगों की मौत हो गई और तीन लोग गंभीर स्थिति में इलाजरत हैं.

प्रशासन के पास नहीं है आंकड़ा

सूत्रों की माने तो कई का इलाज चुपके-चुपके चल रही है. जिसका आंकड़ा ना तो प्रशासन के पास है और ना ही मीडिया के पास जो सार्वजनिक हो रहा है. शराब पीने वाले गिरफ्तारी के भय से अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं और प्रशासन को भी नहीं बता रहे हैं. वहीं शराब माफिया बेखौफ है.

डीएम और एसपी ने की घटना की छानबीन

घटना की सूचना पर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और एसपी क्रांतेश कुमार मिश्रा सलैया पहुंचे तथा घटना की छानबीन की. साथ ही पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों को लगातार सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया. शराब से हुई मौत के बारे में जब जिला अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जहरीला स्प्रिट से 3 लोगों की मौत हुई है अन्य लोगों के मौत के पीछे कारण स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि खिरियावां के शिव साव, बेरी के राहुल मिश्रा, अररुआ के सुरेश सिंह की मौत की जांच की जा रही है.

झारखंड से जुड़ रहे तार

साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि झारखंड से भारी मात्रा में कुछ लोगों के द्वारा स्प्रिट लाया गया था. आमस तथा मदनपुर के सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध शराब का निर्माण किया गया था. सभी मृतकों ने वही से शराब लेकर उसका सेवन किया था. जिसके कारण उनकी मौत हुई है.

अब तक 70 लोगों को किया गया गिरफ्तार

जिलाधिकारी ने कहा कि इस अवैध शराब निर्माण में शामिल सभी लोग चिन्हित कर लिए गए हैं और अब तक इस मामले में 70 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गया और औरंगाबाद की टीम आमस और मदनपुर के लगभग 20 किलोमीटर के क्षेत्र में सघन छापेमारी कर रही है.

इन क्षेत्रों में चलाया जा रहा मद्य निषेध जागरूकता अभियान

वही एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले के समस्त थानों की पुलिस के द्वारा दलित, महादलित, पिछड़े एवं पहाड़ी क्षेत्रों में मद्य निषेध जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. लोगों के बीच शराब पीने से होने वाले हानिकारक प्रभाव की जानकारी देकर उन्हें शराब न पीने के प्रति जागरूक किया जा रहा है.

रिपोर्ट: दीनानाथ

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