Patna-मांझी जी का पउवा-बिहार में इन दिनों पउवा की चर्चा जोरों पर हैं, हो भी क्यों नहीं, बिहार में जारी शराबबंदी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पउवा पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की सलाह दी है. उन्होने कहा है कि सरकार को बोतल पीने वाले खिलाफ तो करनी चाहिए, लेकिन पउवा पीने वालों पर शराबबंदी के तहत कार्रवाई करने की जरुरत नहीं है.
मांझी जी का पउवा-खुद तो पीते नहीं, लेकिन उनके बयान से गरीबों पर पड़ता है प्रभाव
मांझी के इस बयान पर अब कांग्रेसी विधायक प्रतिमा कुमारी ने चुस्की ली है. विधायक ममता देवी ने कहा है कि मांझी जी खुद तो कभी पउवा लेते नहीं, लेकिन उनके इस ब्यान से बिहार के गरीबों में गलत मैसेज जाता है. विधायक ममता देवी ने कहा कि मांझी कब क्या बोलते हैं, किसी को पत्ता नहीं, लेकिन उनके बयान से गरीबों पर गलत प्रभाव जाता है.
दरअसल पूर्व विधायक जीतन राम मांझी के द्वारा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जारी बिहार में शराबबंदी की नीति पर पहले भी सवाल उठाया गया है,
शराबबंदी को लेकर जीतन राम मांझी का रुख हमेशा से साफ रहा है.
उनका मानना रहा है कि बिहार में शराबबंदी की नीति पर समीक्षा करने की जरुरत है,
क्योंकि इस शराबबंदी के कारण मुख्य रुप से दलित महादलित जातियों के युवक जेल में बंद है.