औरंगाबाद : औरंगाबाद केवल भगवान भास्कर की नगरी देव से ही नहीं बल्कि मगही पान के उत्पाद में भी पूरे देश में विख्यात है। लेकिन इस वर्ष मौसम की बदलते मिजाज से पान की खेती में भारी नुकसान होने की खबर निकल कर सामने आ रही है। बता दें कि औरंगाबाद के देव प्रखंड के केताकी गांव में भारी संख्या में पान की खेती किसानों को द्वारा की जाती है, जहां से मगही पान पत्ते का निर्यात पूरे देश में की जाती है।
बता दें कि इस वर्ष मौसम के बदलते मिजाज के कारण पान की खेती करने वाले किसानों को भारी छती हुई है। जिससे किसान आहत है किसानों का कहना था कि लगातार धुंध पड़ने के कारण सभी पौधे पूरी तरह से झुलस गए है। जिसके कारण लागत भी लौटना मुश्किल होगा है।
हालांकि किसानों ने यह भी बताया कि बिहार सरकार के द्वारा मुआवजे देने की घोषणा भी किया गया था। लेकिन सरकारी मुलाजिम और बिचौलिया की मिलीभगत से सारे मुआवजे की राशि सफाचाट कर गए। एक भी मुआवजा पीड़ित किसान को नहीं मिल सका। जिसको लेकर किसानों ने बिहार सरकार और जिलाधिकारी से बड़े पैमाने हुई इस घटाले को जांच कराने की मांग किया है। घोटाले में संलिप्त अधिकारी के ऊपर कार्रवाई की मांग किया है। ताकि आने वाले दिनों में किसानों की मिलने वाला राशि की बंदरबाट न हो सके।
दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट