रांची/डुमरी: झारखंड की राजनीति में एक नई पहल की शुरुआत करते हुए डुमरी से जेएलकेएम विधायक जयराम महतो ने अपने चुनावी वादे को निभाते हुए अपनी विधायक वेतन का 75% मेधावी छात्रों को सम्मान स्वरूप देने का ऐलान किया है। आगामी 7 जुलाई को एक विशेष कार्यक्रम के दौरान यह राशि उन छात्रों को दी जाएगी, जिन्होंने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इस संबंध में जेएलकेएम (झारखंड लोक कल्याण मोर्चा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूरज कुमार साहू ने कहा कि जय राम महतो सिर्फ घोषणा नहीं करते, बल्कि उसे ज़मीनी स्तर पर उतार कर दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि विधायक बनने से पहले भी जय राम महतो ने कई छात्रों की फीस निजी खर्चे से भरी और ज़रूरतमंदों की मदद की।
सूरज साहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो जय राम महतो अपनी पूरी विधायक सैलरी भी समाज के नाम कर देंगे। वे नेतृत्व के उस रूप का उदाहरण हैं जहां निस्वार्थ भावना सर्वोपरि होती है।” उन्होंने कहा कि जय राम महतो न केवल एक जुझारू नेता हैं, बल्कि वे जरूरतमंदों के लिए मसीहा भी हैं।
राजनीति के साथ सामाजिक सरोकार भी ज़रूरी: सूरज साहू
राजनीतिक दृष्टि से बात करते हुए सूरज साहू ने बताया कि जेएलकेएम अब केवल सड़क पर संघर्ष करने वाला संगठन नहीं रह गया, बल्कि अब यह विधानसभा और राजनीतिक मंचों पर भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि खतियान आधारित स्थानीय नीति (1932 खतियान), नियोजन नीति और विस्थापन जैसे मुद्दों पर पार्टी अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि झारखंड को ‘स्पेशल स्टेटस’ देने के लिए 1932 आधारित खतियान नीति अत्यंत आवश्यक है। “अगर यह नीति लागू होती है तो झारखंड को एक कानूनी शील्ड प्राप्त होगी, जिससे बाहरी दबाव और नौकरशाही हस्तक्षेप पर लगाम लगेगी,” उन्होंने कहा।
“झारखंड फर्स्ट, झारखंडी फर्स्ट” रहेगा पार्टी का मूल मंत्र
सूरज साहू ने यह भी कहा कि चाहे किसी को अच्छा लगे या बुरा, जेएलकेएम की प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ झारखंड और झारखंडियों के हित में है। “हम सत्ता के लिए फ्लैक्सिबल राजनीति नहीं करेंगे। हमारा संघर्ष झारखंडियों के अधिकारों के लिए है और रहेगा,” उन्होंने दोहराया।
जयराम महतो द्वारा विशेष कार्यक्रम में दिए जाएंगे प्रोत्साहन राशि के चेक
7 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में 10वीं और 12वीं के टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को जय राम महतो अपनी सैलरी से पुरस्कार स्वरूप आर्थिक सहायता देंगे। पार्टी ने यह भी कहा कि इस पहल से राज्य में शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को संबल मिलेगा।
Highlights