Dhanbad: झारखंड में कोयला के अवैध कारोबार, मनी लॉन्ड्रिंग और बीसीसीएल (BCCL) के टेंडर घोटाले से जुड़े मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई की। धनबाद, दुमका और पश्चिम बंगाल में एक साथ 42 ठिकानों पर सुबह 6 बजे छापेमारी की गई। जांच टीमों ने झारखंड में 18 और पश्चिम बंगाल में 24 लोकेशन पर रेड की। अकेले धनबाद में 17 जगहों पर ईडी की टीमें सक्रिय रहीं, जहां कई कारोबारी और ठेकेदार एजेंसी के रडार पर आए।
इन कारोबारियों और ठिकानों पर हुई कार्रवाईः
- धनबाद:
ईडी ने सरायढेला स्थित एलबी सिंह, कुसुम बिहार में कुंभनाथ सिंह, शिमलाबहाल में उनके आवास, और संजय खेमका के धनसार स्थित ऑफिस में छापेमारी की। - दुमका:
व्यापारियों और आउटसोर्सिंग से जुड़े लोगों के ठिकानों की तलाशी ली गई, जिसमें अमर मंडल का निवास प्रमुख रहा। - पश्चिम बंगाल:
चिरकुंडा में विनोद महतो, मैथन में अरविंद सिंह और निरसा में रमेश गोप के ठिकानों पर कार्रवाई की गई।
टेंडर में हेराफेरी और कोयला तस्करी मुख्य जांच का आधारः
जानकारी के अनुसार बीसीसीएल टेंडर प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितता और कोयले की काली कमाई को वैध करने के लिए पैसे के अवैध हस्तांतरण के प्रमाण पहले ही मिले थे। इसी आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की। आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देवप्रभा से जुड़े एलबी सिंह, कुंभनाथ सिंह और संजय खेमका पर ठोस आरोप सामने आए हैं। वहीं, जीएसटी चोरी और अवैध परिवहन में कारोबारी अनिल गोयल और दीपक पोद्वर भी जांच के दायरे में हैं।
जब्ती और बरामद दस्तावेजः
छापेमारी में झारखंड में लगभग 2 करोड़ रुपये नकद, 120 जमीन की डीड और कई डिजिटल दस्तावेज मिले हैं। वहीं, बंगाल में नकद और संपत्ति जोड़ने पर कुल 8 करोड़ रुपये की जब्ती की पुष्टि हुई है। जांच के दौरान कई हार्डडिस्क, मोबाइल डेटा और अकाउंटिंग रिकॉर्ड कब्जे में लिए गए।
आगे और भी कार्रवाई संभवः
छापेमारी में GST विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी को देखते हुए माना जा रहा है कि अब टैक्स चोरी से जुड़े मामलों में भी जांच और कार्रवाई आगे बढ़ सकती है। कई ठिकानों पर देर शाम तक कार्रवाई जारी रही, जबकि कुछ स्थानों पर रात तक पूछताछ और दस्तावेजों की जांच चलने की जानकारी मिली है।
रिपोर्टः अनिल पांडे
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