रांची: झारखंड सरकार ने नेतरहाट आवासीय विद्यालय की पुरानी साख बहाल करने और शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अहम कदम उठाने का फैसला किया है। मंगलवार को शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की अध्यक्षता में हुई नेतरहाट विद्यालय समिति की सामान्य निकाय बैठक में इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में विद्यालय की गिरती नामांकन संख्या पर चिंता जताई गई। एक समय में जहां 20,000 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन करते थे, अब यह संख्या घटकर 2,000 से भी कम हो गई है। विद्यालय को सीबीएसई से मान्यता मिलने के बावजूद नामांकन में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई है।
सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए नामांकन प्रक्रिया को झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) को सौंपने की तैयारी की है। इसके लिए पहले शिक्षा विभाग द्वारा एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर JAC नामांकन परीक्षा आयोजित करेगा।
इसके अलावा, विद्यालय के पठन-पाठन को बेहतर बनाने के लिए एक कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया है। इस कमेटी में विद्यालय के पूर्ववर्ती विद्यार्थियों को भी शामिल किया जाएगा। कमेटी तीन माह में अपनी रिपोर्ट शिक्षा मंत्री को सौंपेगी, जिसके आधार पर शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे।
बैठक में विद्यालय में हुई कथित रिश्वतखोरी के मामलों की जांच के लिए भी कदम उठाए गए हैं। जिला उपायुक्त से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है, ताकि विद्यालय में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
सरकार के इन प्रयासों से नेतरहाट विद्यालय की प्रतिष्ठा पुनः स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है।