पटना : बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हो गया है. जिसमें तेजप्रताप यादव सहित कई नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. सुबह 11ः30 बजे राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने सभी मंत्रियों को शपथ दिलायी. राजद कोटे से 16, जदयू से 12 और कांग्रेस से 2 नेताओं को मंत्री बनाये गये. जबकि जीतन राम मांझी की पार्टी हम से एक विधायक को मंत्री बनाया गया. इसके अलावा एक निर्दलीय विधायक को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
राज्यपाल फागू चौहान ने सबसे पहले 5 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. मंच पर सबसे पहले विजय कुमार चौधरी, तेज प्रताप यादव, बिजेंद्र यादव, आलोक मेहता और आफाक आलम को पहले बुलाया गया था.
जदयू से विजय कुमार चौधरी मंत्री बन गए हैं. चौधरी पहले भी पूर्व सरकार में शिक्षा मंत्री थे. बिजेंद्र यादव ने भी शपथ ले ली है. यह सुपौल से विधायक हैं.
7.36 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं आलोक मेहता
आलोक मेहता ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है. आलोक उजियारपुर से सासंद और बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. आलोक मेहता पर 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं और यह 7.36 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं.
तेजप्रताप यादव के पास है 2.83 करोड़ की संपत्ति
इसके अलावा लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है. तेज प्रताप 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की है. इसके अलावा उनके पास 2.83 करोड़ की संपत्ति है.
चार बार विधायक रह चुके हैं आफाक आलम
कांग्रेस से आफाक आलम मंत्री बन गए हैं. अफाक पुर्णिया जिले की कसबा सीट से विधायक हैं. इनके पास करीब 9 लाख की चल अचल संपत्ति है. वह कसबा सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं.
एक साथ पांच-पांच विधायकों को दिलाई गई शपथ
- विजय कुमार चौधरी
- अलोक कुमार मेहता
- तेज प्रताप यादव
- बिजेंद्र यादव
- अफाक आलम
- श्रवण कुमार
- लेशी सिंह
- अशोक चौधरी
- सुरेंद्र यादव
- रामानंद यादव
- मदन सहनी
- ललित यादव
- कुमार सर्वजीत
- संजय झा
- संतोष कुमार सुमन
- शिला कुमारी
- समीर कुमार महासेठ
- चंद्रशेखर यादव
- सुमित सिंह
- सुनील कुमार
- अनीता देवी
- जितेंद्र राय
- जयंत राज
- सुधाकर सिंह
- जमा खान
- मुरारी प्रसाद गौतम
- कार्तिक सिंह
- इजराइल मंसूरी
- मो. शहनावाज
- मो. शमीम
- सुरेंद्र राम
नीतीश ने कब छोड़ा बीजेपी का साथ
बिहार में नीतीश कुमार ने नौ अगस्त को राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (एनडीए) से अलग होने की घोषणा की थी. इसके बाद से उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में उन्हें आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन ने अपना नेता चुन लिया था. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. उनका दावा था कि उन्हें सलात दलों के 164 विधायकों का समर्थन हासिल है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी के हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (हम) ने भी नीतीश कुमार को समर्थन दिया है. उसके चार विधायक हैं. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने 10 अगस्त को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
रिपोर्ट: प्रणव राज/शक्ति