किसानों की जरुरत है कॉपरेटिव खेती, प्रधानमंत्री की प्राथमिकता है कॉरपोरेट खेती- डॉ0 रामेश्वर उरांव

Ranchi- राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव ने किसान दिवस पर अन्न एवं अन्नदाता की उपयोगिता व सम्मान और टेक्नो खेती पर टेंडर हार्ट स्कूल में आयोजित एक कार्यशाला का उदघाटन किया.

इस मौके पर स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से खेत की जुताई, धान-रोपनी और धान कटाई समेत फसल उपजाने को लेकर कई आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए, ताकि खेती को लेकर नई पीढ़ी में  आकर्षण पैदा हो सके.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ0 रामेश्वर उरांव ने कहा कि बचपन में जब पढ़ाई करते थें तब खेती-बाड़ी भी पढ़ाई और प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा हुआ करता था. आज भी गांव और ग्रामीण परिवेश से आए बच्चों में खेती-बाड़ी की जानकारी तो रहती है, लेकिन शहरी क्षेत्र से आए बच्चों को यह भी पत्ता नहीं होता कि धान से चावल निकलता है. इस तरह के कार्यक्रमों से ऐसे बच्चों को काफी लाभ होगा. वह बेहतर तरीके से इन बातों को समझ सकेंगे.

वित्तमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था में मुख्य रूप से तीन सेक्टर होते है, उसमें कृषि का काफी महत्व हैं. किसान पेट भरने का काम करते है, लेकिन फसल की सही कीमत को लेकर हमेशा संघर्षरत भी रहते है. दिन भर में यदि दो बार भी उन्हे खाना मिल जाए तो किसान अपने आप को धन्य समझता है.

डॉ0 रामेश्वर उरांव ने आजादी के बाद दिल्ली में हुए एक कवि सम्मेलन के हवाले से कहा कि आजादी और रोटी दोनों बुनियादी जरुरत है.  आज हमारे सामने यह बड़ी चुनौती है कि किसानों को उनकी उपज का सही कीमत कैसे दिलाया जाए? इस दिशा में राज्य सरकार भी प्रयासरत है. उन्होंने बताया कि पंडित नेहरू ने अपनी एक पुस्तक में लिखा है कि देश के ज्यादातर कृषक सीमांत किसान है, इसलिए उनकी उपज में बढ़ोत्तरी और आय में वृद्धि के लिए कॉपरेटिव खेती को बढ़ावा देने की जरुरत है. लेकिन केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली नरेंद्र मोदी सरकार कॉपरेटिव खेती की जगह अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए कॉरपोरेट खेती को बढ़ावा देने की कोशिश में जुटी है.  इससे किसानों को नहीं बल्कि कॉरपोरेट घरानों को फायदा होगा.

डॉ0 रामेश्वर उरांव ने कहा कि अन्नदाता देश का पेट भरता है, लेकिन हमेशा कर्ज में डुबा रहता है.  राज्य सरकार द्वारा किसानों का 50 हजार रुपये तक का कर्ज माफ करने से राज्य के किसानों को राहत मिली है. उन्होंने बैंकों से भी अपील की कि वे किसानों को ऋण दें और साथ ही किसानों समय पर इसका भुगतान करने को कहा.

किसान दिवस के मौके पर वित्त मंत्री ने स्कूल के उत्कृष्ट बच्चों को सम्मानित भी किया. इसके पूर्व विद्यालय के प्राचार्य उषा किरण झा ने वित्त मंत्री का स्वागत किया और  मोमेंटो देकर अभिवादन किया.

रिपोर्ट-प्रतीक

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