रांची: झारखंड के दुमका जिले में शिक्षा व्यवस्था को झकझोर देने वाली एक बड़ी घटना सामने आई है। दुधानी स्थित प्लस टू आश्रम स्कूल, जो जैक बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा कॉपियों के मूल्यांकन केंद्र के रूप में चयनित था, वहां शुक्रवार देर रात करीब दो बजे अज्ञात शरारती तत्वों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया। आगजनी में करीब 900 कॉपियां जलकर खाक हो गईं, जो मूल्यांकन के बाद एक कमरे में सुरक्षित रखी गई थीं। बताया जा रहा है कि ये सभी कॉपियां दूसरे जिले की थीं।
स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका एवं मूल्यांकन केंद्र की निदेशक प्रियंका कुमारी ने घटना के संबंध में नगर थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। घटना की सूचना मिलते ही डीईओ और प्रशासन हरकत में आया। डीसीएलआर अब्दुस समद ने शनिवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया और कहा कि प्रारंभिक जांच में यह शरारती तत्वों की करतूत प्रतीत होती है, हालांकि अंतिम निष्कर्ष जांच के बाद ही सामने आएगा।
मूल्यांकन कार्य 12 अप्रैल से जारी था और प्रतिदिन करीब 200 शिक्षक कॉपियों की जांच कर रहे थे। जांच की हुई कॉपियों को एक कमरे में जमा किया जा रहा था और जिनकी जांच होनी थी, उन्हें दूसरे कमरे में रखा गया था। इनकी सुरक्षा के लिए गार्ड की भी तैनाती की गई थी।
रात ढाई बजे दिखा धुआं, पेट्रोल-डीजल की बदबू भी आई
रात करीब ढाई बजे गार्ड ने जब कमरे से धुआं निकलते देखा, तो तुरंत निदेशक प्रियंका कुमारी को सूचित किया। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए गार्ड के साथ मिलकर आग पर काबू पाया। मौके पर पेट्रोल-डीजल की बदबू भी महसूस की गई, जिससे शॉर्ट सर्किट की आशंका को नकार दिया गया और यह स्पष्ट हुआ कि यह जानबूझकर की गई आगजनी की साजिश थी।
शिक्षा सचिव को भी घटना की सूचना दे दी गई है और पुलिस व शिक्षा विभाग की संयुक्त जांच शुरू हो चुकी है। प्रशासन के लिए यह एक गंभीर चुनौती है क्योंकि यह घटना न केवल परीक्षा प्रक्रिया को बाधित करती है, बल्कि मूल्यांकन की निष्पक्षता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है।