रांची: शहर में कोहरे की स्थिति गंभीर होती जा रही है, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। पिछले 7 दिनों में 15 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 4 लोगों की मौत हो गई है। अहले सुबह और शाम ढलते ही हाईवे और ग्रामीण इलाकों में दो पहिया वाहन सवार सबसे ज्यादा दुर्घटनाओं का शिकार बन रहे हैं। रिम्स अस्पताल में जनवरी के पहले तीन दिनों में 26 घायल पहुंचे हैं, जिनमें से 15 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
मंगलवार की देर शाम से रांची में मौसम का मिजाज फिर से बदल गया था, और बर्फीली हवाओं ने कनकनी को बढ़ा दिया। पिछले 24 घंटे में रांची के कई क्षेत्रों में तापमान 3.5 डिग्री तक गिर गया। 7 जनवरी को मैक्लुस्कीगंज का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया।
कोहरे की वजह से ना केवल सड़क पर बल्कि ट्रेनों और फ्लाइट्स पर भी असर पड़ रहा है। पिछले चार दिनों में रोजाना तीन से चार ट्रेनें निर्धारित समय से 8 घंटे तक देरी से रांची पहुंच रही हैं। मंगलवार को पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस करीब 6.40 घंटे और स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस 8 घंटे देरी से आई। वहीं हवाई यात्रा पर भी कोहरे का असर पड़ा है, जिससे यात्रियों को एयरपोर्ट पर तीन से चार घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।
सावधानियाँ
- उचित दूरी बनाए रखें: धुंध में वाहन चलाते समय, हमेशा आगे चल रहे वाहन से उचित दूरी बनाए रखें।
- लेन में रहें: हाईवे या रिंग रोड पर वाहन चलाते समय लेन बदलने से बचें।
- फॉग लाइट का इस्तेमाल करें: धुंध में ड्राइविंग करते समय फॉग लाइट का इस्तेमाल करें और रिफ्लेक्टर लगाएं।
- रफ्तार पर नियंत्रण रखें: गाड़ी या बाइक की रफ्तार को नियंत्रित रखें, ताकि दुर्घटना से बचा जा सके।
यह स्थिति यह भी दर्शाती है कि सावधानी और सतर्कता बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर जब मौसम की स्थिति चुनौतीपूर्ण हो।