रांची : पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने स्पष्ट कहा है कि बिहार की तरह झारखंड में भी मतदाता सूची का पुनरीक्षण होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर अनावश्यक राजनीति की जा रही है और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुदिव्य सोनू आदिवासियों का असली दर्द समझने में नाकाम हैं।
चंपाई सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज की समस्याओं को हल्के में लेना सही नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब चाहे आदिवासियों की जमीन पर बाउंड्री खड़ी कर देना या अधिग्रहण का हवाला देना, यह उनके दर्द से खिलवाड़ है। उन्होंने 2013 के भूमि अधिग्रहण अधिनियम का हवाला देते हुए कहा कि कानून में साफ प्रावधान है कि यदि अधिग्रहित जमीन पर काम नहीं हुआ तो वह स्वतः खत्म हो जाएगी।
सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया। चंपाई सोरेन ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसकी CBI जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि CID राज्य की एजेंसी है और उसकी जांच पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
पूर्व CM ने यह भी आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शनों के पीछे पैसों का खेल हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों को पैसे बांटकर विरोध कराया जा रहा है, जबकि सरकार 24 तारीख को पूरी तैयारी में है।