PATNA: धनिक लाल मंडल का निधन – हरियाणा के पूर्व राज्यपाल और बिहार विधानसभा के
पूर्व अध्यक्ष धनिक लाल मंडल का निधन चंडीगढ़ में हो गया.
रविवार को पीजीआइ चंडीगढ़ में उन्होंने अंतिम सांस ली. वे 98 वर्ष के थे.
आज उनका पार्थिव शरीर विधानसभा परिसर में लाया जाएगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल
के निधन पर शोक जताया है. ट्वीटर के माध्यम से शोक
जताते हुए उन्होंने कहा है, समाजवादी नेता, बिहार विधान सभा के
पूर्व अध्यक्ष एवं हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल का निधन दुःखद है.
उनका निधन सामाजिक और राजनीतिक जगत के लिए
अपूरणीय क्षति है. उन्होंने कहा है, धनिक लाल मंडल का
अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा.
वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने
ट्वीटर हैंडल के माध्यम से शोक व्यक्त किया है. वहीं, बिहार के
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीटर हैंडल के माध्यम से
शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा वे एक कुशल राजनेता और प्रशासक थे.
उनके निधन से बिहार के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में
अपूरणीय क्षति हुई है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.
धनिक लाल मंडल – मधुबनी जिले के बेल्हा में हुआ था जन्म
धानिक लाल मंडल का जन्म 30 मार्च 1932 को बिहार के
मधुबनी जिले के बेल्हा में हुआ था. वह छात्र कांग्रेस के
एक सक्रिय सदस्य थे और भारत छोड़ो आंदोलन में
भाग लेने के लिए दरभंगा के जिला स्कूल से निकाल दिए गए थे. आजादी के बाद वे समाजवादी आंदोलन में शामिल हो गए। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई (एम.ए., एलएलबी) पूरी करने पर वे संस्थापक सदस्य के रूप में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (1956) में शामिल हो गए. 1957 में वे बिहार में सोशलिस्ट पार्टी के सचिव बने। 1959 में वे सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के महासचिव बने. उन्होंने 1962 में समकेत सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया। वह 1967, 1969 और 1972 में तीन बार बिहार विधानसभा के लिए चुने गए. वह 1967 में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष थे. उन्होंने 1974 में बिहार विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और श्री जय प्रकाश नारायण के ‘कुल क्रांति आंदोलन‘ में शामिल हो गए. उन्होंने 1975-76 में राष्ट्रीय आपातकाल लगाने के खिलाफ काम किया.