बेतिया : बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के सिकटा विधानसभा क्षेत्र से एक अनोखी तस्वीर सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया। पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम एक कार्यक्रम में चप्पल की माला लेकर पहुंचे और जनता से अपील की कि यदि उन्होंने अपने कार्यकाल में क्षेत्र के लिए काम नहीं किया हो, तो उन्हें इस माला से सम्मानित किया जाए और वापस भेज दिया जाए। यह नजारा देखकर लोग दंग रह गए और सोचने पर मजबूर हो गए कि क्या वाकई नेता ऐसे भी हो सकते हैं।
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पूर्व मंत्री बाइक रैली के साथ सभा स्थल पर पहुंचे
सिकटा के बैशाखवा स्थित एक स्कूल में पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम को सिक्कों से तौलने का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। पूर्व मंत्री बाइक रैली के साथ सभा स्थल पर पहुंचे और जनता का अभिवादन किया। जब वह मंच पर पहुंचे तो उनके हाथ में चप्पल की माला देखकर लोग चौंक गए। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि मैं इस क्षेत्र में पांच साल विधायक और पांच साल मंत्री रहा हूं। अगर आपको लगता है कि मैंने विकास कार्य नहीं किया है, तो मुझे इस चप्पल की माला से सम्मानित करें और वापस भेज दें। यदि मैंने काम किया है, तभी मुझे सिक्का से तौलकर सम्मान दें। उन्होंने अपने 10 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का ब्योरा दिया।
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खुर्शीद आलम का यह अनूठा अंदाज जनता का विश्वास जीतने की एक कोशिश हो सकती है
बिहार में 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में खुर्शीद आलम का यह कदम काफी चर्चित हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह अनूठा अंदाज जनता का विश्वास जीतने की एक कोशिश हो सकती है। उनके इस कदम ने अन्य नेताओं को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जनता का दिल जीतने के लिए पारंपरिक राजनीति से हटकर कुछ अलग करना पड़ सकता है।
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दीपक कुमार की रिपोर्ट