सहरसा : पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सदन में दिए गए अभिभाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया दिया। पूर्व विधायक ने बताया कि
बिहार विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जाति गणना में सरकार की और से उत्तर देते हुए महिला पुरुष के दांपत्य जीवन के संबंध में जो टिप्पणी तथा इशारा किया, वह बिहार को शर्मसार करने वाला बेहद घिनौना और लज्जाजनक था।
उन्होंने बताया मैं भी उस वक्त विधानसभा के प्रेस गैलरी में मौजूद सुन रहा था। जब उन्होंने महिलाओं के बारे में घोर आपत्तिजनक टिप्पणी किया सभी लोग स्तब्ध थे। महिला सदस्य सदन में चेहरा छुपा रही थी।सबसे आश्चर्य तब हुआ जब राजद के मंत्री और विधायक इस शर्मनाक बयान पर हंस रहे थे। हद तो तब हो गई जब मुख्यमंत्री पुनः विधान परिषद में अपने संबोधन में महिला पुरुष संबंध को लेकर मर्यादा की सभी सीमा को ताड़-ताड़ कर दी उनके पीछे बैठी मंत्री लेसी सिंह टेबुल के नीचे मुंह छुपा लिया।
पूर्व विधायक ने बताया कि जब दोनों सदन में अभिभाषण हो रहा था तो कम से कम उस समय संवैधानिक पद पर लाचार और वेवश विधान परिषद के अध्यक्ष अवध बिहार चौधरी और विधानसभा के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को कम स कम इस शब्दों पर विराम लगवाना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 18 वर्षों के कार्यकाल में जितना बिहार को बढ़ाए नही उससे कहीं अत्यधिक इन दो वर्षों में बिहार के छवि को धूमिल कर दिए।
राजीव झा की रिपोर्ट