रांची: झारखंड अग्निशमन विभाग के फायरमैन प्यारे लाल तंबवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें यह सम्मान उन साहसिक प्रयासों के लिए दिया जा रहा है, जिन्होंने कई खतरनाक आगजनी की घटनाओं में लोगों की जान बचायी।
प्यारे लाल तंबवार, जो साल 1990 में फायरमैन ड्राइवर के रूप में नियुक्त हुए थे, ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण घटनाओं में भाग लिया। वे जमशेदपुर, डाल्टनगंज, सिंदरी, डोरंडा, गुमला, मानगो (जमशेदपुर) और साहेबगंज जैसे स्थानों पर कार्यरत रहे हैं। उन्होंने सैकड़ों आग बुझाने की घटनाओं में अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी सेवाएं दी हैं।
हाल ही में, 16 मई 2023 को साहेबगंज के हाजीपुर गांव में सड़क निर्माण स्थल पर भीषण आग लग गई थी। सूचना मिलने के बाद, फायरमैन प्यारे लाल तंबवार और प्रधान अग्नि चालक तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि सड़क निर्माण उपकरण और कोलतार भंडारण टैंक में आग लगी हुई थी, जिससे स्थानीय ग्रामीणों और एनएच-80 पर गुजरने वाले वाहनों की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था।
इस आग के कारण कोलतार भंडारण टैंक भी विस्फोट हो गया, जिससे प्यारे लाल को गंभीर चोटें आईं। फिर भी, उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना अग्निशामक कार्य जारी रखा और आग पर काबू पाया। उनके इस साहसिक कार्य के लिए उन्हें डीजी अग्निशमन सेवा ने 5000 रुपये की राशि से पुरस्कृत किया और वीरता पदक के लिए अनुशंसा की। हाल ही में, प्यारे लाल को ब्लड कैंसर की बीमारी हो गई है और वर्तमान में उनका इलाज मुंबई में चल रहा है।
इस बीच, गृह मंत्रालय ने गढ़वा के एसपी दीपक पांडेय को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए नामित किया है। उन्हें यह सम्मान वर्ष 2022 में भाकपा माओवादियों से हुई मुठभेड़ में संगठन के जोनल कमांडर को ढेर करने के लिए मिला है। दीपक पांडेय, जो उस समय लोहरदगा में एएसपी अभियान के तौर पर पदस्थापित थे, ने गुप्त सूचना के आधार पर जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के साथ बुगड़ू थाना क्षेत्र के कोरगो जंगल में माओवादियों के दस्ते पर छापा मारा। इस मुठभेड़ में भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर चंद्रभान पाहन मारा गया, जबकि दूसरे सबजोनल कमांडर गोविंद ब्रिजिया को पुलिस ने पकड़ लिया।