गया : Motihari में जिला परिषद सदस्य सुरेश यादव की हत्या पर गया में जिला परिषद के सदस्यों ने रोष जताया और दो मिनट का मौन रख कर मृतात्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस दौरान सदस्यों ने त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार का राज्य सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि प्रदेश में कोई भी पंचायत प्रतिनिधि सुरक्षित नहीं हैं। यही वजह है कि मोतिहारी में एक जिला पंचायत सदस्य सुरेश यादव की हत्या अपराधियों ने कर दी।
उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि पुलिस ने हत्या के बाद दो अपराधी को गिरफ्तार जरूर कर लिया लेकिन उसका क्या जो हमेशा के लिए दुनिया से चला गया। सदस्यों ने जनप्रतिनिधियों के लिए सरकार से शस्त्र के लाइसेंस की मांग की। इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी, उपाध्यक्ष शीतल यादव आदि ने कहा कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जब पंचायती राज मंत्री थे तो उन्होंने कहा था कि सभी सदस्यों को हथियार का लाइसेंस दिया जाएगा लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत के सदस्य खुद को हमेशा असुरक्षित महसूस करते हैं और उन्हें हमेशा ही अपने क्षेत्र में निकलने में भय का सामना करना पड़ता है। ऐसे में राज्य की सरकार अविलंब पंचायत के प्रतिनिधियों को शस्त्र का लाइसेंस मुहैया कराए क्योंकि जनप्रतिनिधियों को दिन रात कभी भी जनता के बीच जाना पड़ता है। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व उनके प्रति रंजिश पालते हैं और फिर उसका परिणाम अत्यंत दुखदायी होता है। गया के पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपया मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग की।
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गया से आशीष कुमार की रिपोर्ट