रांची ।
झारखंड के रांची हाल में हुई हिंसा राज्यपाल रमेश बैस काफी गंभीर है.
उसी को लेकर राज्यपाल रमेश बैस ने राज्य के पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक (अभियान), राँची के उपायुक्त एवं वरीय पुलिस अधीक्षक को राज भवन में तलब किया.
राज्यपाल इन अधिकारियों से रांची में 10 जून और उसके उपरान्त हुई घटनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली.
साथ ही अबतक इस मामले में की गई कार्रवाई के बारे में पूछा.
यही नही राज्य के अन्य जिलों में हुए अपराधिक घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी ली.
इस दौरान डीजीपी से उन्होंने कई सवाल भी किया.
राज्यपाल ने डीजीपी को पूछा कि रांची में हुई हिंसा और उपद्रव को लेकर पुलिस के पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थे और इसके आधार पर उन्होंने प्रिवेंटिव एक्शन क्यों नहीं लिया?
उन्होंने पूछा कि उस वक्त पुलिस ने वाटर कैनन, रबर बुलेट और आंसू गैस का इस्तेमाल क्यों नहीं किया.
उन्होंने यह भी पूछा कि पुलिस अधिकारियों व कर्मियों ने हेलमेट और PROTECTIVE GEAR भी क्यों नहीं पहने हुए थे.
राज्यपाल ने डीजीपी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि रांची में शुक्रवार को सड़कों पर हिंसा-उपद्रव करनेवालों लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीरों और नाम-पते के साथ शहर के प्रमुख स्थान पर होर्डिंग्स लगवायें,
ताकि आम नागरिक इनके बारे में पुलिस को सूचना दे सकें.
राज्यपाल ने इसके अलावे गुमला में रेप के आरोपी युवक को भीड़ द्वारा जिंदा जलाकर मार डालने,
रांची में राजेश कुमार पॉल नामक ज्वेलर की दिनदहाड़े हत्या,
जमशेदपुर के पास आदित्यपुर में तीन युवकों की गोली मारकर हत्या,
जमशेदपुर की कोर्ट में गवाही देने के बाद घर में घुसकर मनप्रीत नामक युवक की गोली मारकर हत्या की घटनाओं पर भी राज्यपाल ने डीजीपी को जवाब देने को कहा.
उन्होंने इन तमाम मामलों पर लिखित तौर रिपोर्ट देने को कहा है.