महाकुंभ 2025 का भव्य शुभारंभ, संगम पर शुरू हुआ सनातन का महासमागम

यूपी के प्रयागराज में संगम तट पर सोमवार को महाकुंभ 2025 का भव्य आगाज।

जनार्दन सिंह की रिपोर्ट

प्रयागराज : महाकुंभ 2025 का भव्य शुभारंभ, संगम पर शुरू हुआ सनातन का महासमागम। प्रयागराज में संगम तट पर पौष पूर्णिमा की समायवधि ज्योंहि सोमवार की सुबह 5 बजकर कुछ मिनटों पर शुरू होने के उद्घोष हुआ, संगम तट पर भारी संख्या में जुटे देशी और विदेशी श्रद्धालुओं – तीर्थयात्रियों गंगा, जमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर पावन डुबकी लगाकर स्नान करने का क्रम शुरू कर दिया।

हर ओर ‘हर-हर महादेव’ की गूंज दिख रही है। शीतलहरों वाले बयार के बीच कड़ाके की सर्दी में संगम के शीतल जल में डुबकी लगाते श्रद्धालुओं का दृश्य देखते बन रहा था। जो भी इसे निहार रहा था – चाहे भारतवासी हो या विदेशी, वह यही कह रहा कि संगम पर यह सनातन का अद्भुत महासमागम है।

डुबकी लगाने वालों में न केवल  पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बल्कि उत्तराथखंड, बिहार, झारथखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, अंडमान-निकाबोरा, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, दिल्ली-एनसीआर, तमिलनाडु, केरल, हैदराबाद आदि के अलावा, रूस, यूक्रेन, ब्रिटेन, अमेरिका, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, इटली, बेल्जियम आदि से पधारे श्रद्धालु शामिल हैं।

26 फरवरी तक चलेगा यह 45 दिवसीय महाकुंभ का स्नान पर्व…

विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर महामिलन 45 दिन तक चलेगा। समुद्र मंथन के दौरान निकले कलश से छलकीं अमृत की चंद बूंदों से युगों पहले शुरू शुरू हुई कुंभ स्नान की परंपरा का सोमवार को आगाज हो गया है। दुनिया भर के धार्मिक आयोजनों में सबसे बड़ा यह मेला 26 फरवरी तक चलेगा।

इस पावन स्नान पर्व के शुभारंभ के समय और तिथि को लेकर ज्योतिषीय आधार पर गणना कर श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों के लिए ब्योरा जारी किया गया है। बताया गया कि चंद्र एवं बृहस्पति के प्रिय ग्रह बुध मकर राशि में हैं जो बुधादित्य योग बना रहे हैं। कुंंभ योग और राशि परिवर्तन योग महाकुंभ को अति विशिष्ट बना रही है।

शनि की कुंभ राशि एवं शुक्र तथा बृहस्पति के राशि परिवर्तन की स्थिति का संयोग 144 सालों के बाद बन रहा है। ऐसे में यह महाकुंभ 144 साल बाद आया है। मान्यता है कि 12 पूर्ण कुंभ के बाद यानी हर 144 साल पर एक महाकुंभ आता है। महाकुंभ का आयोजन सिर्फ प्रयाग में ही होता है।

हर 12 साल में लगने वाले कुंभ मेले को पूर्ण कुंभ कहते है। अर्धकुंभ हर 6 साल में होता है। अर्ध कुंभ सिर्फ प्रयागराज और हरिद्वार में ही लगता है। पौष पूर्णिमा अमृत स्नान के साथ ही इस तीर्थराज प्रयाग में महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है।

यूपी के प्रयागराज में संगम तट पर सोमवार को महाकुंभ 2025 का भव्य आगाज।
यूपी के प्रयागराज में संगम तट पर सोमवार को महाकुंभ 2025 का भव्य आगाज।

महाकुंभ 2025 के आगाज होते ही अमृत स्नान करने वालों को CM Yogi ने दी बधाइयां…

प्रयागराज में सोमवार की सुबह 5 बजे से महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। पहले ‘अमृत स्नान’ के लिए श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी।  महाकुंभ के शुभारंभ पर उत्तर प्रदेश के CM Yogi आदित्यनाथ ने बधाई दी है।

CM Yogi नेअपने बधाई संदेश में सोमवार को कहा – ‘पौष पूर्णिमा की बधाई। …विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ’ का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए, आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है।

…माँ गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें। …महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। …सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व’। 

संगम तट पर सनतान के महासमगम में समानता और समररसता को दर्शाता परिलक्षित हो रहा महाकुंभ 2025

सोमवार की सुबह पौष पूर्णिमा पर सुबह पांच बजे साधु-संतों के शंखध्वनि और उद्घोष के साथ ही महाकुंभनगर में संगम तट पर श्रद्धालुओं ने जैसे ही पवित्र मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई तो आसपास हर-हर महादेव से जयकारों से गूंज उठा। अद्भुत पल था। विदेशों से पधारे तीर्थयात्री अविरल एकटक इस क्षण को निहारकर अपने नयनों से स्मृतिपटल पर संजो रहे थे।

महाकुंभ 2025 के लिए संगम क्षेत्र में तैनात जल पुलिस।
महाकुंभ 2025 के लिए संगम क्षेत्र में तैनात जल पुलिस।

सामने संगम की धार पर पुलिस बोट पर जल पुलिस के जवान तैनात थे और लाइफ सेव-गार्ड्स भी गेरुआ रंग के वर्दी में कड़ाके सर्दी में बहते शीतल बयार से बेपरवाह अपनी ड्यूटी पर पूरी तल्लीनता एवं तत्परता से तैनात दिखे। महाकुंभ के शुभारंभ पर लाखों श्रद्धालु ब्रह्मुहुर्त में प्रथम अमृत स्नान करने पहुंचे हैं। भारत की सदियों पुरानी परंपरा आज संगम तटों पर फिर से जीवंत हो उठी है।

विश्व के सबसे बड़े धार्मिक समागम में श्रद्धालु पूर्ण उत्साह और उमंग के साथ भागीदारी कर रहे हैं। महाकुंभ में पहले स्नान को लेकर उम्रदराज लोगों में भी गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। कड़ाके की ठंड के बाद भी बुजुर्ग पुरुष और महिलाएं गहरे आस्था भाव से स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ रहे हैं।

प्रयागराज के महाकुंभ में शामिल होने रूस से आई एक श्रद्धालु ने कहा कि –‘… ‘मेरा भारत महान’। भारत एक महान देश है। हम पहली बार कुंभ मेले में आए हैं। यहां हम असली भारत को देख सकते हैं। असली शक्ति भारत के लोगों में निहित है। मुझे भारत से प्यार है’।

 

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