Gumla : जिले के चैनपुर प्रखंड के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र शुक्रवार को भाकपा माओवादियों द्वारा बिछाए गए एक आईईडी बम को सुरक्षा बलों ने सफलतापूर्वक बरामद कर डिफ्यूज कर दिया। यह बम, जो कि लगभग डेढ़ किलो का था, वर्ष 2021 में पुलिस को उड़ा देने के उद्देश्य से जंगल में छिपाया गया था।
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पुलिस को इस बम की जानकारी गुरुवार को मिली, लेकिन रात के अंधेरे के कारण उसे तत्काल नहीं निकाला जा सका। आज राजधानी रांची से बम डिफ्यूज करने वाली टीम को बुलाया गया, जिसमें एसएसपी के जवान, कुरुमगढ़ थाना प्रभारी चेतन कुमार, जगुआर एवं STF के जवान शामिल थे।
Gumla : बीडीएस की टीम ने बम को डिसफूज किया
गुमला एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने जानकारी दी कि मौके पर बीडीएस की टीम को बुलाया गया था। इलाके में लगातार आइइडी बम मिलने से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है, खासकर उन ग्रामीणों के लिए जो लकड़ी चुनने के लिए जंगल में जाते हैं। यदि यह बम समय पर नहीं निकाला जाता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
Gumla : कुटमा गांव के कई स्थानों पर नक्सली घात लगाकर रहते है
गुमला जिला के आंजन और हरिनाखाड़ से होते हुए कुटमा गांव का रास्ता घने जंगलों से होकर गुजरता है, जहाँ कई स्थानों पर नक्सलियों ने वर्ष 2021 में आइइडी बम लगाए थे। पुलिस की दबिश के कारण इस क्षेत्र में कई नक्सलियों के मुठभेड़ में मारे जाने और कई को गिरफ्तार किए जाने के बाद ये बम अब मिल रहे हैं। इससे पहले, जुलाई 2024 में इसी हरिनाखाड़ के रास्ते से 35 आइइडी बम बरामद किए गए थे, और 26 नवंबर 2024 को पांच आइइडी बम डिफ्यूज किए गए थे।
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सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी
इस प्रकार की घटनाएँ सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। हालांकि, बम को समय पर डिफ्यूज करने से एक संभावित बड़े हादसे को टाल दिया गया है। सुरक्षा बलों द्वारा इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि इस प्रकार के और बमों का पता लगाया जा सके।
गुमला चैनपुर से सुंदरम केसरी की रिपोर्ट—