हजारीबाग हीराबाग खासमहाल जमीन घोटाले में एसीबी ने जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह और तत्कालीन सीओ अलका कुमारी को गिरफ्तार किया। विभागीय जांच की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
Hazaribagh land scam हजारीबाग:हीराबाग खासमहाल जमीन घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कार्रवाई तेज हो गई है। एसीबी की टीम ने रविवार को जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह को हजारीबाग के मटवारी स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया। उन्हें 5 अक्टूबर को न्यायिक हिरासत में भेजकर जेपी कारा में रखा गया है।
वहीं, 6 अक्टूबर को तत्कालीन हजारीबाग सदर सीओ अलका कुमारी, जो वर्तमान में चतरा डीआरडीए की निदेशक हैं, को चतरा स्थित उनके कार्यालय से एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। उन्हें पूछताछ के लिए रांची स्थित एसीबी मुख्यालय लाया गया।
Key Highlights
हीराबाग खासमहाल जमीन घोटाला मामले में एसीबी की बड़ी कार्रवाई।
जमीन कारोबारी विजय प्रताप सिंह को हजारीबाग के मटवारी से गिरफ्तार किया गया।
तत्कालीन सदर सीओ अलका कुमारी को चतरा से पकड़ा गया, वे वर्तमान में डीआरडीए निदेशक हैं।
एसीबी ने पूर्व में तत्कालीन डीसी विनय चौबे और तीन अन्य को भी गिरफ्तार किया था।
अलका कुमारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू, कार्मिक को भेजा गया पत्र।
Hazaribagh land scam:
यह कार्रवाई एसीबी कांड संख्या 09/25 के तहत की गई है। इस मामले में हजारीबाग के तत्कालीन डीसी विनय चौबे, तत्कालीन खासमहाल पदाधिकारी विनोद चंद्र झा, और नेक्सजेन के मालिक विनय सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
बताया गया है कि हजारीबाग डीवीसी चौक स्थित 2.75 एकड़ खासमहाल जमीन, जो वर्ष 1948 में एक निजी ट्रस्ट को 30 वर्षों के लिए लीज पर दी गई थी, उस पर बिना वैधानिक प्रक्रिया के व्यावसायिक निर्माण कराया गया। इसी जमीन पर आज कई दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, जैसे अमन वस्त्रालय आदि संचालित हैं।
Hazaribagh land scam: विभागीय कार्रवाई भी शुरू
खासमहाल जमीन घोटाले में नाम आने के बाद हजारीबाग स्थापना शाखा ने सोमवार को अलका कुमारी से संबंधित पत्र कार्मिक कोषांग को भेजा है। विभाग ने उनके खिलाफ आरोप गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, 8 सितंबर 2025 को हजारीबाग के अपर समाहर्ता ने उनसे लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा था।
Highlights