Thursday, July 10, 2025

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Hazaribagh: सरकारी अस्पताल की करतूत की खुली पोल! पर्ची के साथ मरीज को निजी अस्पताल में कर दिया रेफर

Hazaribagh: जिले में इन दिनों स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बेहाल है। अब तो स्थिति यह हो गई है कि सरकारी अस्पताल के पर्ची पर निजी अस्पताल में मरीजों को रेफर किया जा रहा है। 22स्कोप के हाथ ऐसी ही एक पर्ची हाथ लगी है। बरही अनुमंडल अस्पताल में भर्ती एक मरीज को हजारीबाग के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। इस पर्ची ने हजारीबाग की सरकारी अस्पताल की पोल खोल कर रख दी है। हमेशा यह आरोप लगाता रहा है कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर निजी स्वार्थ में प्राइवेट अस्पताल में मरीज को इलाज के लिए भेज देते हैं।

Hazaribagh: सरकारी अस्पताल ने मरीज को निजी अस्पताल में किया रेफर

जानकारी के अनुसार, हजारीबाग के बरही अनुमंडल अस्पताल में एक मरीज को भर्ती कराया गया था, जहां उसका इलाज डॉक्टर स्वीटी कुमारी कर रही थी। डॉक्टर स्वीटी कुमारी ने उस मरीज को हजारीबाग के एक निजी प्रतिष्ठित अस्पताल में रेफर कर दिया है। बाकायदा पर्ची में लिखा हुआ है कि गो टू आरोग्यं हॉस्पिटल। जब इसको लेकर हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आपके द्वारा जानकारी मिली है। डॉक्टर के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। डीएमएफटी फंड से उसे डॉक्टर की बहाली की गई है और उसे डॉक्टर के बारे में हमेशा शिकायत भी मिलती है, जिसकी जानकारी उप विकास आयुक्त को दे दी गई है। साथ ही साथ यह भी कहा गया है कि उसे हटा दिया जाए।

Hazaribagh: मामले में सांसद मनीष जायसवाल ने कहा

वहीं इस मामले को लेकर हजारीबाग (Hazaribagh) के सांसद मनीष जायसवाल ने भी कहा है कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। अब तो यह हद हो गई है कि सरकारी पर्ची पर ही मरीज को निजी अस्पताल रेफर कर दिया जा रहा है। इस तरह से एक खास अस्पताल में मरीज रेफर को किया जा रहा है। यह तो हद हो गई है।

शशांक शेखर की रिपोर्ट