हजारीबाग: हजारीबाग ट्रेजरी ऑफिस के क्लर्क और कसमार मधुकरपुर निवासी पिंटू कुमार नायक की हत्या का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया। संपत्ति विवाद में मृतक की भाभी सुनीता देवी ने हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने सुनीता समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें छोटेलाल नायक, टिमा तूरी, राहुल कश्यप और अजीत कुमार शामिल हैं।
संपत्ति विवाद और शादी से इनकार बना वजह
बोकारो एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने बताया कि सुनीता देवी, मृतक पिंटू के मंझले भाई कामेश्वर नायक की पत्नी है। कामेश्वर 10 साल से लापता है और मानसिक रूप से विक्षिप्त था। सुनीता ने देवर पिंटू से शादी की इच्छा जताई, लेकिन पिंटू ने इनकार कर दिया। इसके बाद सुनीता ने हत्या की योजना बनाई।
हत्या की साजिश और सुपारी का खेल
करीब छह महीने पहले सुनीता ने अपने बहन के बेटे छोटेलाल नायक को इस काम के लिए राजी किया और उसे तीन लाख रुपए की सुपारी दी। एडवांस में कुछ पैसे दिए गए, और बाकी काम पूरा होने के बाद देने का वादा किया गया।
घटना की रात और पुलिस जांच का खुलासा
घटना की रात गोली चलने की आवाज सुनकर पिंटू के पिता ने आरोपियों को भागते देखा। पिंटू अपने कमरे में मृत पाया गया। अगले दिन पिता ने पुलिस को भाभी सुनीता देवी पर हत्या की साजिश का शक जताया। पुलिस ने खोजी कुत्ते के जरिए सुराग जुटाए, और पूछताछ में सुनीता ने साजिश का खुलासा कर दिया।
बरामद हथियार और साक्ष्य
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी पिस्टल, कट्टा और नौ गोलियां बरामद की हैं।
पिछले विवाद और घटनाक्रम
पिंटू सरकारी नौकरी लगने के बाद रांची में रहने लगा था। सुनीता ने संपत्ति बंटवारे का दबाव बनाना शुरू कर दिया और 2024 में मारपीट तक की नौबत आई। थाने में समझौता हुआ, लेकिन सुनीता ने पिंटू को ठिकाने लगाने की योजना पहले ही बना ली थी।
पुलिस ने मामले का खुलासा कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्या कांड ने इलाके में सनसनी फैला दी है।