पिता शिबू सोरेन की बात भी नहीं सुनते हैं सीएम हेमंत
रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन सरकार पर विदेशी ताकतों के हाथ में खेलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि लव जिहाद के जरिए आदिवासियों की जमीन को हड़पा जा रहा है. इसके जरिए बांग्लादेशी मुसलमान हमारे आदिवासियों की संम्पत्ति पर कब्जा जमाते जा रहे हैं. विदेशी ताकतों के साथ मिलकर धर्मांतरण के जरिये सरना धर्म को नष्ट करने की कोशिश हो रही है. प्रलोभन देकर गरीब आदिवासियों का धर्मांतरण कराया जा रहा है. सरकार मिशनरियों के लिए काम कर रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अबुआ राज में सबसे ज्यादा दलित समाज का शोषण हुआ है. वोट बैंक की राजनीति के चलते झारखंड की संस्कृति के साथ खिलवाड़ हो रहा है. मौजूदा सरकार को कमीशन खोर करार देते हुए उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार सिंडिकेट चला रही है. हेमंत सरकार के दो साल कार्यकाल को विफल बताते हुए रघुवर दास ने कहा कि उनकी सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ, लेकिन नई सरकार बनते ही लोहरदगा में दंगे हो गए.
मुख्यमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए रघुवर दास ने कहा कि हेमन्त सोरेन अपने पिताजी की बात नहीं सुनते तो राज्य की जनता की क्या सुनेंगे. शिबू सोरेन जी ने 1932 का खतियान लागू करने को लेकर गांव-गांव जाकर योजना बनाने की बात कही थी. उनकी ये बात भी मुख्यमंत्री ने नहीं मानी.
बंधु तिर्की पर साधा निशाना
कांग्रेस के कार्यकारी कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की को भी उनके बयान के लिए निशाने पर लिया. रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के आदिवासियों को बाहरी लोगों से नहीं बल्कि अंदर के लोगों से ही खतरा है. बाहरी ताकतों के साथ मिलकर ये लोग आदिवासी संस्कृति और सरना धर्म को खत्म करने पर तुले हैं. ये लोग प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने में लगे हैं. बंधु तिर्की ने कहा था कि राज्य में बाहरी लोगों की बढती संख्या आदिवासियों के लिए खतरा है.
दो वर्षों में राज्य की जनता ने महसूस किया कि राज्य में कमजोर सरकार है. लीडरशीप अक्षम है. कमजोर सरकार में अक्षम मुख्यमंत्री हो तो राज्य की विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है. सरकार बताए कि दो वर्ष में एक भी योजना का शिलान्यास और उसका उद्घाटन किया हो. अभी जो भी योजनाओं का उद्घाटन हो रहा है वो पिछली भाजपा सरकार की चल रही योजनाओं का ही उद्घाटन कर रहे हैं. उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने भाजपा के प्रदेश कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा.
प्रेसवार्ता के दौरान रघुवर दास ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन की बात नहीं सुनते हैं तो राज्य की जनता की क्या सुनेंगे. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन ने 1932 का खतियान लागू करने को लेकर गांव-गांव जाकर योजना बनाने की बात कहा था, लेकिन उनकी कोई भी बात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नहीं मानते हैं.
देश की सबसे कमजोर सरकार है झारखंड की
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड में जो अभी सरकार चल रही है वो देश की सबसे कमजोर सरकार में से एक है. राज्य सरकार अन्य राज्यों के नियोजन नीति देखकर बनाती तो यह हालात नहीं होते. वर्तमान राज्य सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के कारण झारखंड की संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया है.
उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार का दो वर्षों का कार्यकाल विफलताओं से भरा पड़ा है. केवल वोटबैंक की राजनीति में हेमंत सरकार लिप्त है. राज्य में भ्रष्टाचार, नक्सलवाद, अपराध चरम पर है.
राज्य सरकार पर हाईकोर्ट के द्वारा किये गए टिप्पणी को लेकर रघुवर दास ने कहा कि ये बताने के लिए काफी है कि वर्तमान की राज्य सरकार कैसे काम कर रही है. चाहे स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या विधि-व्यवस्था हो या शिक्षा व्यवस्था हो हर जगह सरकार हांपती हुई नजर आ रही है. मजबूरन झारखंड हाईकोर्ट को कड़ी टिपण्णी करनी पड़ रही है. हाईकोर्ट को कहना पड़ा कि शर्म की बात है कि यहां के लोग जानवरों की तरह रह रहे हैं. रघुवर दास ने हेमंत सरकार को और भी कई मुद्दों पर घेरा है.
रिपोर्ट: मदन सिंह
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