Ranchi- हरमू रोड सोहराय भवन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हेमंत सोरेन भाजपा पर जोरदार हमला बोला. हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा दलित, आदिवासी-मूलवासी और अल्पसंख्यकों की पार्टी है. यही हमारा आधार है. इनकी आंसू पोंसना ही हमारा काम है.
झारखंड के इतिहास में पहली बार जेपीएससी में 75 फीसद दलित ,आदिवासी-मूलवासी और अल्पसंख्यकों समुदाय से आने वाले छात्रों ने सफलता प्राप्त की है. इससे पहले इन समुदायों के 25 फीसद छात्रों को भी सफलता प्राप्त करने में मुश्किल होती थी. भाजपा को इसी कारण पेट में दर्द हो रहा है. उसकी छटपटाहट सामने आ रही है. हमारी कोशिश आदिवासी-मूलवासी और दलितों की भावना के अनुरुप काम करने की है. हमारी कोशिश गुरुजी और झारखंड आन्दोलनकारियों के सपने को पूरा करने की है. हमारी छटपटाहट इसकी है, जबकि भाजपा की छटपटाहट कुछ और ही है. हमारा प्रयास अल्पसंख्यक, दलित-आदिवासी-मूलवासियों तक शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने की है. जिसका सपना गुरु जी ने देखा था.
महागठबंधन की सरकार इतनी गहरी लकीर खिचेंगी कि उसे कोई मिटाने की जुर्रत नहीं कर पायेगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा का यह संकल्प है कि हम झारखंड को भी बचायेंगे और झारखंडियों को भी. सत्ता में रहने की हमारी कोई ललक नहीं है, लेकिन यदि हम सत्ता में नहीं आते तो हमारे प्रतिद्वन्धि इस राज्य को गटर में डाल दिया होते, लूट मची होती, सारे जंगल उजड़ गए होते. जहां से उसे निकालना भी संभव नहीं होता. लेकिन हमने यह इस पर रोक लगाई, कोरोना काल में भी पूरे तन मन से झारखंड की जनता के सेवा में लगा रहा. उन तक राहत पहुंचाता रहा. कोरोना काल में हमारे कामों की प्रशंसा तो दूसरे राज्यों में भी हुआ. हमसे पूछा गया कि यह सब कैसे हो रहा है. हमसे उसका प्रारुप की मांग की गई. हेमंत सोरेन ने कहा कि यह केन्द्रीय अधिवेशन आने वाले दिनों की हमारा क्या काम होगा उसकी दिशा तय करेगी.