Ranchi : भारत में स्थित चीनी दूतावास का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के दौरे पर पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में यांग ज़ियुहुआ (काउंसलर), झांग हैलिन (प्रथम सचिव), फांग बिन (तृतीय सचिव), डाई ज़ेरुई (अटैशे) और ली किन्यान (अटैशे) शामिल थे। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रो. क्षिति भूषण दास ने सभी सदस्यों का स्वागत किया। इस दौरान संकाय और विभाग के सदस्यों भी प्रशासनिक भवन में मौजूद थे।
प्रो. दास ने सभी का स्वागत करते हुए प्रतिनिधिमंडल के झारखंड और सीयूजे में आगमन पर धन्यवाद दिया और सीयूजे के सुदूर पूर्व भाषा विभाग में चीनी भाषा और संस्कृति की शिक्षा से अवगत कराया। उन्होंने विभाग के उत्तरोत्तर विकास पर जानकारी दी और भारत – चीन संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर जोर दिया।
विश्वविद्यालय ने चीनी विभाग से अन्य विषयों में भी शैक्षणिक एक्सचेंज कार्यक्रमों के विस्तार की इच्छा जताई
चर्चा के दौरान विश्वविद्यालय ने चीनी विभाग से आगे बढ़कर अन्य विषयों में भी शैक्षणिक एक्सचेंज (Academic Exchange) कार्यक्रमों के विस्तार की इच्छा जताई। साथ ही सीयूजे के छात्रों के लिए चीनी भाषा और संस्कृति को जानने और पढ़ाई करने के लिए और अधिक स्कॉलरशिप प्रदान करने के लिए बात हुई। प्रतिनिधिमंडल के साथ पुस्तकालय और अनुसंधान क्षेत्र में सहयोग के लिए चीनी भाषा की पुस्तकों की उपलब्धता, सीएनकेआई (चाइना नेशनल नॉलेज इन्फ्रास्ट्रक्चर, CNKI) सदस्यता और संयुक्त शोध परियोजनाओं की पहल पर भी बातचीत हुई।
इसके अतिरिक्त, सीयूजे ने एक चीनी भाषा प्रयोगशाला की स्थापना और चीन में सीयूजे प्रतिनिधिमंडल की वार्षिक यात्राओं का प्रस्ताव भी रखा। भेंट के उपरांत प्रतिनिधिमंडल को परिसर का भ्रमण कराया गया, जहां विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, संवाद सत्र आयोजित हुए और विभागों का दौरा भी किया गया। इस अवसर पर भाषा संकाय की प्रमुख प्रो. श्रेया भट्टाचार्जी, सीयूजे के डीन अकादमिक, प्रो. मनोज कुमार, कुलसचिव, श्री के कोसल राव, वित्त अधिकारी, श्री पी के पंडा, परीक्षा नियंत्रक, डॉ बी बी मिश्रा, सुदूर पूर्व भाषा विभाग के अध्यक्ष, प्रो. रबिंद्रनाथ सरमा, और विभाग के प्राध्यापकगण, डॉ अर्पणा राज, डॉ संदीप बिस्वास, एवं श्री सुशांत कुमार भी मौजूद थे।
 























 














