नवादा : वर्षों से लंबित मांग आखिरकार पूरी हुई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) नवादा इकाई के लंबे संघर्ष, निरंतर आंदोलन और आमरण अनशन ने वह कर दिखाया जिसे असंभव कहा जा रहा था। आज विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिखित रूप से आश्वासन दिया कि केएलएस कॉलेज और टीएस कॉलेज में इसी शैक्षणिक सत्र से स्नातकोत्तर (PG) की पढ़ाई शुरू होगी। अनशन स्थल पर पहुंचे कुलसचिव महोदय ने स्वयं यह आश्वासन पत्र अभाविप कार्यकर्ताओं को सौंपकर कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने संघर्ष की इस लड़ाई को जीत में बदल दिया है। मैं इसका पूरा श्रेय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सभी कार्यकर्ताओं को देता हूं।
हमने यह लड़ाई केवल सीटों के लिए नहीं, बल्कि हर छात्र के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ी है – ABVP कार्यकर्ता
वहीं अभाविप के जुझारू कार्यकर्ता रवि कुमार एवं शिवनारायण ने कहा कि हमने यह लड़ाई केवल सीटों के लिए नहीं, बल्कि हर छात्र के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ी है। यह विजय संदेश है कि अन्याय चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो। यदि संघर्ष ईमानदार हो तो सफलता अवश्य मिलती है। अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रौशन कुमार ने इसे नवादा की शिक्षा व्यवस्था के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक पत्र नहीं, बल्कि हजारों छात्रों के सपनों को पंख देने वाला फैसला है। यह जीत उन सभी की है जिन्होंने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
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यह निर्णय न केवल छात्रों के लिए राहत की सांस लाया – जिला संयोजक धीरज कुमार
जिला संयोजक धीरज कुमार ने कहा कि आज का यह निर्णय न केवल छात्रों के लिए राहत की सांस लाया। बल्कि नवादा की शैक्षणिक धरती पर एक नए स्वर्णिम अध्याय की शुरुआत भी कर गया। आंदोलन को समर्थन देने में प्रदेश के विशेष आमंत्रित सदस्य डॉ. सुजय कुमार, औरंगाबाद विभाग के विभाग संयोजक गोपाल कुमार, प्रदेश सह मंत्री मंतोष कुमार सुमन, जिला संगठन मंत्री मयंक झा, विश्वविद्यालय संगठन मंत्री मोहित भदौरिया, पूर्व विश्वविद्यालय संगठन मंत्री अमित कुमार छोटी, जिला सहसंयोजक सिद्धार्थ कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य संजय कुमार, नवादा के नगर मंत्री पीयूष कुमार, मानव कुमार, विकास रंजन, रोहित बिहारी, सौरभ कुमार, ज्ञान प्रकाश, शुभम भारद्वाज, चंदन भारद्वाज और सुभाशीष आदि सैकड़ों कार्यकर्ता आंदोलन को समर्थन दे रहे थे।
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अनिल कुमार की रिपोर्ट
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