रांची: राजधानी रांची में सरकारी शराब दुकानों के संचालन को लेकर प्रशासन ने एक बड़ा और अहम फैसला लिया है। अब इन दुकानों का संचालन प्लेसमेंट एजेंसियों के बजाय होमगार्ड के जवानों के जरिए किया जाएगा। रांची उपायुक्त द्वारा इस संबंध में आधिकारिक पत्र जारी किया गया है, जिसके अनुसार जिले की सभी सरकारी शराब दुकानों पर नियोजित रूप से होमगार्ड की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
प्रशासनिक जानकारी के अनुसार, रांची जिले में कुल 166 खुदरा शराब दुकानें हैं। इनमें से:
76 विदेशी शराब दुकानें
41 देसी शराब दुकानें
49 कंपोजिट (संयुक्त) शराब दुकानें शामिल हैं।
इन दुकानों के संचालन के लिए होमगार्ड बल की आवश्यकता का भी आकलन कर लिया गया है:
विदेशी शराब दुकानों पर प्रति दुकान 3 जवान – कुल आवश्यकता 228 जवानों की।
देसी शराब दुकानों पर प्रति दुकान 1 जवान – कुल 41 जवानों की जरूरत।
कंपोजिट दुकानों पर प्रति दुकान 2 जवान – कुल आवश्यकता 98 जवानों की।
इस तरह कुल मिलाकर 367 होमगार्ड जवानों की तैनाती की योजना बनाई गई है।
प्रशासन का मानना है कि इस नई व्यवस्था से शराब दुकानों में पारदर्शिता, अनुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी। फिलहाल यह प्रक्रिया दो महीने के भीतर पूरी होने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि संचालन और बंदोबस्ती से जुड़ी नियमावली को लागू करने में कुछ समय लग सकता है।
जिले में यह कदम शराब माफिया और अवैध संचालन पर लगाम कसने के उद्देश्य से भी उठाया गया है, ताकि सरकारी राजस्व को नुकसान से बचाया जा सके और शराब वितरण प्रणाली को अधिक नियंत्रित किया जा सके।