Bokaro: राज्य मंईयां सम्मान योजना जहां महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखती है, वहीं बोकारो से इस योजना से जुड़ा एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के नई बस्ती में एक युवक ने अपनी पत्नी की गला रेतकर हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार विवाद का कारण मंईयां सम्मान योजना की राशि थी। पुलिस ने आरोपी रुपेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई घटनाः
शनिवार की देर रात नई बस्ती में यह घटना हुई। पुलिस ने बताया कि आरोपी रुपेश यादव ने पत्नी झालवा देवी से योजना की राशि मांगी थी। पत्नी द्वारा पैसे देने से इनकार करने पर आरोपी ने धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। घर में मौजूद उनकी 8 वर्षीय बेटी ने शोर सुनकर दादा-दादी को बुलाया।
आरोपी था बेरोजगारः
बेटी ने बताया कि उसके पिता कोई काम नहीं करते थे और मंईयां सम्मान योजना की राशि को लेकर सुबह से झगड़ा कर रहे थे। दादी के शोर मचाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आरोपी को पकड़ लिया। लोगों ने उसकी पिटाई की और थाना प्रभारी पिंकू कुमार यादव को सूचना दी। पुलिस रात करीब तीन बजे मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए सबूतः
घटना की गंभीरता को देखते हुए रांची से फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया। टीम ने घटनास्थल से कई अहम साक्ष्य जुटाए हैं। मृतका के तीन छोटे बच्चे हैं, जो अब पूरी तरह बेसहारा हो गए हैं।
आरोपी पहले से रहा हिंसकः
ग्रामीणों और परिजनों ने बताया कि आरोपी रुपेश यादव स्वभाव से अत्यंत हिंसक था। वह आए दिन पत्नी की पिटाई करता था और पहले भी माता-पिता पर हमला कर चुका था। मृतका के चाचा हिरालाल गोप ने बताया कि करीब एक साल पहले भी आरोपी ने झालवा देवी पर चाकू से हमला किया था। इलाज के बाद वह कुछ महीनों तक मायके में रही और हाल ही में ससुराल लौटी थी।
पुलिस जांच जारीः
पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और हत्या में इस्तेमाल हथियार को बरामद कर लिया गया है। थाना प्रभारी ने कहा कि “यह घटना बेहद संवेदनशील है। आरोप साबित होने पर आरोपी को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।” फिलहाल मृतका के शव का पोस्टमार्टम बगोदर ट्रॉमा सेंटर में कराया गया है। पुलिस प्रशासन ने बच्चों के संरक्षण के लिए सामाजिक कल्याण विभाग को जानकारी दी है।
मंईयां सम्मान योजना क्या है?
झारखंड सरकार की यह योजना 18 से 50 वर्ष की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई है।
इसके तहत राज्य सरकार हर महीने ₹2500 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे लाभुक महिलाओं के बैंक खातों में भेजती है। इस योजना की पूरे देश में चर्चा रही है, लेकिन समय-समय पर इस राशि को लेकर लाभुक परिवारों में विवाद भी सामने आते रहे हैं।
झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई थी, लेकिन बोकारो की यह घटना इस योजना से जुड़े सामाजिक पहलुओं पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जहां एक ओर सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, वहीं दूसरी ओर घरेलू हिंसा जैसी मानसिकता इस सशक्तिकरण को कमजोर कर रही है।
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