रांची. भ्रष्टाचार के आरोपों में पहले से जेल में बंद IAS अधिकारी विनय चौबे की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। ACB ने मंगलवार को उन्हें हजारीबाग लैंड स्कैम से जुड़े एक और मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
ACB ने इस मामले में किया गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, सोमवार को ACB ने इस संबंध में कांड संख्या 11/2025 के तहत उनकी गिरफ्तारी के लिए अदालत में आवेदन दिया था, जिसे मंगलवार को विशेष एसीबी कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद एजेंसी ने विनय चौबे को इस केस में औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया है।
तीन बड़े मामलों में आरोपी हैं विनय चौबे
विनय चौबे पहले से ही शराब घोटाला और खासमहल जमीन घोटाला मामलों में आरोपी हैं। अब ACB ने उन्हें वन भूमि घोटाला मामले में भी अभियुक्त बनाया है। इन तीनों मामलों में एसीबी ने ठोस सबूत और गवाहों के बयान कोर्ट में पेश किए हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई पेशी
मंगलवार को विनय चौबे की पेशी हजारीबाग एसीबी की विशेष अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराई गई। ACB के अनुसार, इस केस की प्रीलिमिनरी इंक्वायरी पहले ही पूरी की जा चुकी थी, जिसके आधार पर रांची एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज की थी।
लैंड स्कैम का पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, ACB की जांच में सामने आया है कि विवादित भूमि हजारीबाग सदर अंचल के थाना नंबर 252, खाता नंबर 95, प्लॉट नंबर 1055, 1060 और 848, कुल 28 डिसमिल, और खाता नंबर 73, प्लॉट नंबर 812, 72 डिसमिल भूमि से संबंधित है।
एसीबी के अनुसार, इस भूमि को विनय सिंह और उनकी पत्नी के नाम पर दिलाने और म्यूटेशन कराने में तत्कालीन डीसी विनय चौबे, संबंधित अंचल अधिकारी और ब्रोकरों की बड़ी भूमिका रही। फिलहाल इस भूमि पर नेक्सजेन नामक एक शोरूम संचालित है। जांच में प्राप्त दस्तावेजों और गवाहों के बयानों से स्पष्ट हुआ है कि विनय चौबे ने अपने प्रभाव का उपयोग कर सरकारी भूमि को निजी नामों पर दर्ज कराने में मदद की।
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