रांची : इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) ने म्यूचुअल फंड कॉन्क्लेव (Mutual Fund Conclave)
2022-23 का आयोजन रांची स्थित होटल रैडिसन ब्लू (Raddison Blu Hotel) में किया. आईसीसी झारखंड चैप्टर के अध्यक्ष
डॉ अमृतांशु प्रसाद ने बैठक की अध्यक्षता की और सभी मेहमानों का स्वागत किया.
साथ ही स्वागत भाषण के दौरान उन्होंने कोविड – 19 तथा रूस – यूक्रेन युद्ध के बाद
बाजार की अस्थिरता, अनिश्चिता, जटिलता और अस्पष्ट दुनिया की विस्तार से व्याख्या की.
आईसीसी: कुछ दशकों में व्यापार में आया बदलाव
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दशकों में व्यापार की दुनिया में नाटकीय रूप से बदलाव आया है,
और अब हम एक ऐसे समाज में रह रहे हैं, जहां परिवर्तन तेज गति से, निरंतर और अप्रत्याशित हो सकता है.
इस संदर्भ पर प्रकाश डालते हुए डॉ प्रसाद ने संतुलित रणनीति की सलाह भी दी,
जिससे निवेशकों को यह समझने में मदद मिलती है कि अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और अस्पष्टता
(वीयूसीए) की दुनिया में अपने पोर्टफोलियो (Portfolio) का प्रबंधन कैसे करें.
इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य सामान्य व्यक्ति के निवेश के रिटर्न को अधिकतम करने
और वीयूसीए दुनिया में धन बनाने के लिए म्यूचुअल फंड की संभावनाओं के प्रति शिक्षित करना था.
आईसीसी: लोगों को म्यूचुअल फंड की चुनौतियों की मिली जानकारी
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सेबी के सहायक महाप्रबंधक प्रणव वरियवा ने
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बाजार के जोखिमों के बारे में तथा म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की चुनौतियों
का जवाब से संबधित विचार पेश किये. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदित्य बिड़ला सन लाइफ
के निवेशक शिक्षा और वितरक विकास के क्षेत्रीय प्रबंधक मोहम्मद आमिर सुलेमान ने भी बाजार
और निवेशक के तरीकों तथा रिटर्न की बात कही. इस मौके पर नेशनल स्टॉक (एनएससी) के
एक्सचेंज के एवीपी अभिषेक कुमार भी मौजूद रहे.
कार्यक्रम का समापन डॉ अमृतांशु प्रसाद के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.