रांची/जमशेदपुर। मनी लॉन्ड्रिंग केस में एक बार फिर ईडी ने झारखंड की धरती पर सख्त रुख अपनाया है। गुरुवार की सुबह जहां रांची में ईडी की टीमें एक के बाद एक ठिकानों पर छापेमारी करती दिखीं, वहीं जमशेदपुर में भी बबलू जायसवाल के कई ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई ने हलचल मचा दी है।
जमशेदपुर में बबलू जायसवाल पर शिकंजा
जमशेदपुर में जिस नाम ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं, वो है बबलू जायसवाल। सूत्रों के मुताबिक, जिनके कई ठिकानों पर आज ईडी की टीमें तड़के सुबह ही पहुंच गईं। बबलू जायसवाल का नाम पहले भी आपराधिक मामलों और जेल यात्रा से जुड़ चुका है, और अब ईडी की यह कार्रवाई उनके पुराने आर्थिक लेन-देन की परतें खोल सकती है।
रांची में कृष्णा अपार्टमेंट बना जांच का केंद्र
राजधानी रांची के पीपी कंपाउंड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट का चौथा तल्ला आज सुबह से ही सुर्खियों में है। ईडी की दो गाड़ियाँ अहले सुबह इस अपार्टमेंट परिसर में दाखिल हुईं और संबंधित फ्लैट की घंटी बजा दी। परिचय पत्र दिखाने के बाद अधिकारी घर के अंदर दाखिल हुए और तत्काल पूरे परिसर को सील कर दिया गया।
न मोबाइल न आवाजाही – परिसर में सन्नाटा
ईडी की टीम ने कृष्णा अपार्टमेंट समेत जिन छह ठिकानों पर छापेमारी की है, वहां पूरी तरह सन्नाटा पसरा है। किसी को अंदर आने या बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। आसपास के लोग भी सहमे हुए हैं, क्योंकि ईडी की यह कार्रवाई बेहद गोपनीय ढंग से की जा रही है।
डिजिटल सबूतों और दस्तावेजों की छानबीन
सूत्रों की मानें तो छापेमारी के दौरान ईडी की टीमें कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, बैंक दस्तावेज और जमीन-जायदाद से संबंधित फाइलों की बारीकी से जांच कर रही हैं। कई महत्वपूर्ण डिजिटल डिवाइसेज को जब्त भी किया गया है।
क्या है अगला कदम?
ईडी की इस अचानक कार्रवाई के बाद यह सवाल उठने लगा है कि अगला नंबर किसका है? क्योंकि सूत्रों के मुताबिक ईडी के रडार पर ऐसे कई नाम हैं, जिनकी संलिप्तता मनी लॉन्ड्रिंग और संदिग्ध आर्थिक गतिविधियों में पाई गई है।
पहले भी झारखंड में हुई हैं बड़ी कार्रवाइयां
गौरतलब है कि इससे पहले भी झारखंड में कई बार ईडी द्वारा ऐसी बड़ी छापेमारी की गई है – चाहे वह आईएएस अधिकारियों पर हो या राजनीतिक और कारोबारी चेहरों पर। और अब एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि ईडी की जांच की परिधि तेजी से व्यापक होती जा रही है।