जनार्दन सिंह की रिपोर्ट
प्रयागराज : महाकुंभ में भगदड़ हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 49, प्रशासन ने 24 अज्ञात मृतकों की तस्वीर की जारी। महाकुंभ में 2025 के दौरान मौनी अमावस्या पर पुण्य स्नान के समय बीते मंगलवार और बुधवार के मध्य की रात हुए हादसे के तीसरे दिन आज शुक्रवार को भगदड़ हादसे को लेकर नया आधिकारिक अपडेट सामने आया है।
हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 49 हो गई है। महाकुंभ प्रशासन ने 24 अज्ञात मृतकों की तस्वीर जारी की है। हादसे में इन 24 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। 22scope की ओर से शुक्रवार सुबह ही भगदड़ हादसे में मरने वाले 24 अज्ञात श्रद्धालुओं की तस्वीर प्रयागराज पोस्टमार्टम हाउस पर चस्पा होने की जानकारी प्रकाशित की थी।
पहले इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं की मौत की सूचना थी
बीते मंगलवार और बुधवार के मध्य की रात हुए हादसे के बाद मेला प्रशासन एवं सरकार ने हादसे में मरने वालों एवं घायलों की उपलब्ध जानकारी साझा की थी। बताया गया था कि मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर हुए हादसे में कुल 30 लोगों की मौत हो गई थी।
सरकार ने यह भी जानकारी दी थी किमरने वाले 25 लोगों की पहचान हुई और पांच की पहचान नहीं हो पाई है। साथ ही हादसे में 60 श्रद्धालु घायल हो गए थे। उनमें से प्राथमिक उपचार के बाद 24 घायलों को उनके परिजन घर लेकर चले गए, जबकि 36 का इलाज अस्पताल में चल रहा है। CM Yogi ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया था।
झूंसी के सेक्टर-21 में भी भगदड़ होने की बात को मिलने लगा है बल…
महाकुंभ मेला प्रशासन की ओर से भगदड़ हादसे में मरने वालों की अपडेट संख्या 49 बताए जाने के बाद से मौनी अमावस्या वाली रात को हुए संगम नोज वाले भगदड़ हादसे के चंद घंटे में ही झूंसी में भी भगदड़ की घटना होने जताई जा रही आशंका को बल मिलने लगा है।
महाकुंभ प्रशासन ने बताया था कि हादसा केवल संगम नोज पर हुआ, जिसमें 30 लोगों की मौत हुई थी। मगर चश्मदीदों एवं हादसा प्रभावित परिवारों ने लगातार कहा कि मौनी अमावस्या के दिन एक भगदड़ झूंसी में भी मची थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन सुबह करीब 4 बजे झूंसी के सेक्टर-21 में भी भगदड़ मची थी। वहां भी हादसा हुआ था।
उसी क्रम में आशंका को बल मिला है कि उसी तड़के झूंसी में हुई भगदड़ में करीब 24 लोगों की मौत हुई है, जिसके पोस्टर प्रयागराज पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लगाए गए हैं। इन पोस्टर के जरिए मृतकों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
झूंसी के सेक्टर-21 में भी भगदड़ और मौतों की बात पहले की गई थी खारिज
महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के दिन एक नहीं बल्कि दो जगहों पर भगदड़ मचने की कहानी भी सामने आई लेकिन शासन-प्रशासन ने उसे सिरे से खारिज कर दिया है। हादस को लेकर यह बात भी सामने आई थी कि बीते मौनी अमावस्या के दिन सुबह करीब 4 बजे झूंसी के सेक्टर-21 में भी भगदड़ मची थी। उसमें 10 लोगों की जान जाने की बात भी सामने आई थी।
फिलहाल झूंसी के सेक्टर-21 की घटना पर अब तक महाकुंभ प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। कोई भी अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है। झूंसी की खबर सुर्खियों में आई तो महाकुंभ पुलिस-प्रशासन सक्रिय हुआ और आनन-फानन में महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण सामने आए। उन्होंने झूंसी की घटना से इनकार कर दिया। महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि झूंसी में किसी प्रकार की कोई घटना नहीं है। हादसा केवल संगम नोज पर हुआ है।
डीआईजी वैभव कृष्ण भले ही इस घटना से इनकार कर रहे हैं, लेकिन प्रयागराज पोस्टमार्टम हाउस पर लगे अज्ञात मृत श्रद्धालुओं के पोस्टर में अपनों की तलाश में पहुंच रहे भुक्तभोगियों के बयानों ने सवाल तो खड़ा कर ही दिया है। क्या महाकुंभ में दो जगहों पर भगदड़ मची थी? भीड़ इतनी ज्यादा थी कि मौके पर झूंसी वाली घटना का प्रशासन को पता ही नहीं चला? या संगम नोज की घटना की वजह से झूंसी की घटना पर किसी ध्यान ही गया? इन सबके बीच एक बड़ा सवाल यह है कि महाकुंभ प्रशासन कहीं कुछ छिपा तो नहीं रहा है?