नालंदा : सोहसराय थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी में जहरीली शराब से 12 मौत के बाद प्रशासन की नींद खुली है. जिला प्रशासन ने बने अवैध मकान और अवैध जमीन पर नोटिस चिपकाया है. जब स्औथानीय लोगों ने इसका विरोध शुरू कियाा तब प्रशासन रह रहे लोगों से मकान और जमीन से संबंधित कागजात दिखाने की बात कह रही है.
सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष गुरुवार को मोहल्ले की सड़क पर उतर कर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. पीड़ित महिलाओं ने एक सुर में कहा कि दोषी कोई और है और सजा किसी और को दिया जा रहा है. दोषी कुछ लोग हैं और खामियाजा पूरे मोहल्ले के लोग भुगत रहें है.
पुलिस कभी भी उनके घर आकर तलाशी शुरू कर देती है. वह घर में किस अवस्था में बैठे हुए हैं इसका भी ख्याल प्रशासन के द्वारा नहीं रखा जाता है. मोहल्ले वासी अपना अपना काम छोड़कर धरना प्रदर्शन में बैठे हुए हैं, क्योंकि अब उनके सामने अपने घर को बचाने की जरूरत आन पड़ी है.
मोहल्ले की साबो देवी ने बताया कि वह कई वर्षों से इस पहाड़ी पर रह रही है, अब ऐसे समय में जब घटना कोई और कर गया है उसकी सजा मोहल्ले वासियों को दी जा रही है. इस अवस्था में वह अपने घर को छोड़कर कैसे जाएंगे. लोग कमाने खाने वाले लोग हैं अब ऐसी स्थिति में वह अपना घर बचाएं या अपना पेट पाले.
कुंती देवी ने बताया कि पुलिस उनलोंगो से शराब कारोबारियों के बारे में पूछताछ करने आती है. प्रशासन को सारे धंधेबाजो के बारे में जानकारी है, बावजूद वह मोहल्ले वासियों से पूछताछ कर उनकी सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है. उनलोगों का मांग है कि प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई करें और जो लोग पूर्व से यहां रह रहे हैं उनके साथ बर्बरता ना अपनाएं.
सदर एसडीओ कुमार अनुराग ने बताया कि पूरे पहाड़ी क्षेत्र का सर्वे कराना जरूरी है ऐसे में पता चल पाएगा कि किन के पास मकान जमीन से संबंधित कागजात है और कौन अवैध रूप से रह रहे हैं. भविष्य में इस तरह की कोई बड़ी घटना ना हो इसको लेकर प्रशासन कार्रवाई कर रही है.
रिपोर्ट : रजनीश