Desk. एक सरकारी आवासीय स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा ने बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद हरकत में आए जिला कल्याण अधिकारी ने स्कूल के प्रधानाध्यापक और छात्रावास सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) को निलंबित करने का आदेश दिया है और छात्रावास की मैट्रन को बर्खास्त कर दिया है।
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10वीं कक्षा की छात्रा ने दिया बच्ची को जन्म
दरअसल, ओडिशा के मलकानगिरी जिले में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए एक सरकारी आवासीय विद्यालय में 15 वर्षीय लड़की ने 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा देने के कुछ घंटों बाद सोमवार को अपने छात्रावास में बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद जांच के आदेश दिए गए हैं।
दोनों की हालत स्थिर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना तब सामने आई जब सुबह अंग्रेजी पेपर की परीक्षा देने वाली लड़की चित्रकोंडा इलाके में स्कूल के छात्रावास में शाम की प्रार्थना के दौरान नहीं मिली। तलाश करने पर वह छात्रावास भवन की छत पर मिली। उस दौरान उन्होंने एक बच्ची को जन्म दे दिया था। इसके बाद छात्रा और नवजात शिशु को उप-विभागीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल में रेफर कर दिया गया। यहां दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
लड़की राज्य के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित आश्रम स्कूल में रहती थी। संभावना जताई जा रही है कि छुट्टियों के दौरान घर जाने पर गर्भवती हो गई होगी। वहीं पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिस पर उसे गर्भवती करने का संदेह है।
मामले में एक हिरासत में
बताया जा रहा है कि लड़की के पैतृक गांव के पड़ोसी गांव के एक 22 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है और घटना में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64 और POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है।