दूसरे चरण में सीमांचल के 4, मगध के 5 व शाहाबाद के 2 जिले एनडीए के लिए चुनौती, कुल 26 सीटों पर एनडीए का नहीं खुला था खाता
22 Scope News Desk : विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान का चुनाव प्रचार आज थम जायेगा और 11 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है। इसमे कुल 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। पहले चरण में रिकार्ड तोड़ मतदान से दोनों पार्टियां आशान्वित हैं। दोनों पार्टियां वोटरो के बढ़े रुझान का फायदा अपने लिये मान कर खुश हो रहे हैं।

दूसरे चरण की 122 सीटों पर कुल 1302 प्रत्याशी मैदान में
दूसरे चरण में 18 जिलों के 122 सीटों पर कुल 1302 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इन चरण में कुल 45,399 बूथों पर मतदान की व्यवस्था की जानी है जिनमे कुल 3,70,13,556 मतदाता 11 नवम्बर को वोटिंग करेंगे। इसमें 1,74,68,572 महिला मतदाता,1,95,44,041 पुरुष मतदाता और 943 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल है।
क्षेत्रफल और मतदाताओं की संख्या के हिसाब से चैनपुर और हिसुआ है सबसे बड़ा
क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे छोटा भागलपुर और सबसे बड़ा चैनपुर है जबकि मतदाताओं की संख्या के हिसाब से मखदुमपुर सबसे छोटा है और कुल मतदाता 2,47,574 हैं। वहीं हिसुआ विधानसभा में सबसे बड़ा मतदाता है और कुल संख्या 3,67,667 है।
11 जिले की 61 सीटों में 42 पर महागठबंधन का कब्जा
अभी इन 11 जिलों की 61 सीटों में से महागठबंधन के 42 विधायक हैं तो एनडीए के 18 विधायक हैं। मात्र 1 विधायक एआईएमआईएम का है। यही कारण है इस बार इन क्षेत्रों में दोनों गठबंधनों के बड़े नेता पूरा जोर लगाए हैं। महागठबंधन 2020 वाली अपनी स्थिति बनाने के लिये प्रयास कर रहा है तो एनडीए महागठबंधन की सीटों में सेंध लगाने की जुगत में लगा हुआ है।
पिछले 2020 चुनाव में इन 11 जिलों की कुल 61 सीटों में से 38 सीट महागठबंधन, 17 सीट एनडीए, 5 सीट एआईएमआईएम व 1 सीट बसपा जीता था। इसमें एआईएमआईएम के विधायक बाद में राजद में शामिल हो गए जिससे महागठबंधन के सीटें बढ़कर 42 हो गई। वहीं बसपा के 1 विधायक जदयू में शामिल हो गए जिससे एनडीए विधायकों की संख्या 18 हो गए थे। ऐसे में इन 11 जिले की जीत-हार पर एनडीए और महागठबंधन का भविष्य तय होगा।
सीमांचल की चार जिलें की 24 सीटों पर होगा मतदान
इसके 4 जिले की 24 सीटों में 11 सीट एनडीए जीत पाया था। महागठबंधन 8 सीट जीता था तो एआईएमआईएम ने 5 सीट जीत बिहार में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी। किशनगंज की 4 सीटों में से एक पर भी एनडीए का खाता नहीं खुला। हालांकि बाद में एआईएमआईएम के 4 मुसलमान विधायक राजद में शामिल हो गए जिससे महागठबंधन के विधायक एनडीए के 11 की तुलना में बढ़कर 12 हो गए थे। सिर्फ पूर्णिया के अमनौर से जीते अख्तरुल ईमान ही एआईएमआईएम में बच गए।
मगध के पांच जिलों 26 सीटों पर होगा मतदान
पिछले चुनाव में मगध के 5 जिलों की 26 सीटों में मात्र 6 सीट ही एनडीए के खाते में आई थी। महागठबंधन ने 20 सीटें जीती थीं। अरवल, औरंगाबाद व जहानाबाद की 11 सीटों में एक भी एनडीए नहीं जीता था। गया की 10 में 5 सीट एनडीए व 5 सीट महागठबंधन जीता था। हालांकि बाद के उपचुनाव में बेलागंज सीट जदयू ने राजद से छीना था।
शाहाबाद के दो जिलों में कुल11 सीटों पर होगा मतदान
शाहाबाद इलाके के दो जिले रोहतास और कैमूर में अभी 11 नवंबर को मतदान होना है। रोहतास की सभी 7 सीटों पर महागठबंधन ने पिछली विधानसभा चुनाव 2020 में जीत दर्ज की थी। वहीं कैमूर की 4 सीटों में से 3 सीटों पर महागठबंधन ने बाजी मारी थी। जबकि 1 सीट बसपा के खाते में आई थी। फिर बसपा से जीते प्रत्याशी जमा खान जदयू में शामिल होकर नीतीश सरकार में मंत्री बन गए थे। आरा व बक्सर दो जिले में 6 तारीख को पहले फेज में मतदान हो चुका है।
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