गिरते भू-गर्भ जलस्तर को देखते हुए शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी सख्ती शुरू

रांची सहित पुरे राज्य में गिरते भू-गर्भ जलस्तर को देखते हुए शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी सख्ती शुरू हो गई है।

रांची: रांची सहित पुरे राज्य में गिरते भू-गर्भ जलस्तर को देखते हुए शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी सख्ती शुरू हो गई है।

राजधानी में नामकुम, कांके, ओरमांझी,रातू और नगड़ी क्षेत्र में पानी की  किल्लत होने लगी है। पुंदाग, कटहल मोड़ रोड में स्थिति भयावह हो गई है।

एक हजार फीट गहरे बोरवेल में भी साफ पानी नहीं मिल रहा है। इसे देखते हुए आरआरडीए ने अपने क्षेत्र के अंतर्गत बनने वाले भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाना अनिवार्य कर दिया है।

इसकी जिम्मेवारी संबंधित भवन का नक्शा बनाने वाले आर्किटेक्ट को दी गई है। आरआरडीए के टाउन प्लानर स्वप्निल मयूरेश ने प्राधिकार में निबंधित सभी लाइसेंसी टेक्नीकल पर्सन को पत्र लिखकर कहा है कि प्राधिकार क्षेत्र अंतर्गत नक्शा स्वीकृत कराए गए भवनों में निर्धारित मापदंड के अनुसार रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनवाएं।

इसकी रिपोर्ट भी मांगी गई है। मालूम हो कि 3000 वर्गफीट से अधिक क्षेत्रफल के प्लॉट पर बने भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनवाना जरूरी है। लेकिन अधिकतर भवन मालिक अपने घर में हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बनवा रहे हैं।

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