रांची: खेलगांव पुलिस को एक गुमनाम पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें होटवार जेल में बंद कैदियों पर एनआईए कोर्ट के जज की हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया गया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि बिहार के एक शूटर से 2 करोड़ रुपए में डील की गई है। इस मामले में पुलिस ने 17 अक्टूबर को सनहा दर्ज कर जांच शुरू की।
खेलगांव थाने के दारोगा गजेश कुमार ने इस मामले में छह कैदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। दारोगा ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि गुमनाम पत्र में कहा गया था कि गुमला के विशुनपुर निवासी प्रभु प्रसाद साहु और धुर्वा स्थित पान बगान निवासी निवेश कुमार पोद्दार इलाज के बहाने रिम्स गए थे, जहां उन्हें जज की हत्या के लिए शूटरों को 75 लाख रुपए दिए गए।
जांच के दौरान यह पता चला कि प्रभु प्रसाद साहु और निवेश कुमार पोद्दार एनआईए कांड संख्या 2/17, 3/21 और 4/23 में होटवार जेल में बंद हैं। निवेश कुमार को 7 अगस्त और फिर 28 अगस्त को इलाज के लिए रिम्स भेजा गया था, जबकि प्रभु प्रसाद साहु 13 अगस्त को रिम्स पहुंचे थे और 22 अगस्त को जेल लौट गए थे। दोनों ने जेल में पूछताछ के दौरान हत्या के षड्यंत्र में शामिल होने से साफ इंकार किया है।
गुमनाम पत्र के आधार पर पुलिस ने सोनू मुंडा उर्फ सोनू पंडित उर्फ रमण कुमार सोनू, चंदन साहु, मनोज कुमार चौझी और अरुण कुमार राय का नाम भी शामिल किया है। हालांकि, जांच में यह पाया गया कि अरुण कुमार राय न तो जेल में कभी आया है और न ही वर्तमान में होटवार जेल में कोई कैदी है।
चंदन साहु को एटीएस ने 18 जुलाई 2023 को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, और वह अमन साहु गैंग से जुड़ा हुआ है। पुलिस अब पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है, ताकि आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा सकें।