डिजीटल डेस्क : Share Market में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1062.22 अंक गिरकर बंद हुआ जबकि निफ्टी में भी 345 अंकों की गिरावट दर्ज हुई। इसका नतीजा यह हुआ कि निवेशकों के 7.35 लाख करोड़ रुपये चंद घंटे में ही डूब गए। यह निवेशकों के लिए बड़ा झटका रहा और सभी इससे भौंचक्क हैं एवं इसकी वजह तलाशने में जुटे हैं।
चालू मई मई माह में लगातार देखी जा रही गिरावट
Share Market में गुरुवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली। ऐसा नहीं है कि चालू मई माह यह पहली बार हुआ है। चालू मई के महीने में Share Market में बड़ी गिरावट इससे पहले भी देखी गई। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 2 मई के बाद से 2000 प्वाइंट से ज्याया नीचे आ चुका है। गुरुवार को भी बीएसई सेंसेक्स 1062.22 अंक टूटकर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 2 मई से अब तक करीब 650 पॉइंट से अधिक का गोता लगा चुका है। गुरुवार को निफ्टी 50 भी 345 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस ताजा गिरावट के चलते से निवेशकों को 7.35 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
Share Market में गिरावट के मुख्य छह वजहें आईं सामने
निवेशकों को 9 मई को हुए 7.35 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लगी चपत के बाद Share Market के महारथियों के माथे पर भी बल पड़ गए हैं। तत्काल इस बात पर बहस छिड़ गई है कि Share Market में इस बेतहाशा गिरावट की वजह क्या है। आरंभिक मंथन में Share Market के जानकारों और महारथियों में छह प्रमुख वजहें गिनाई हैं। इसमें इस समय देश में जारी लोकसभा चुनाव, एफआईआई की बिकवाली, अमेरिकी डॉलर में उछाल, अमेरिकी फेड के रुख वजह से ट्रेजरी यील्ड में इजाफा, चौथी तिमाही के उम्मीद से खराब परिणाम और भारत के विक्स (VIX) इंडेक्स में इजाफा इसके प्रमुख कारण हैं।
चुनाव नतीजों तक अस्थिरता बढ़ने की आशंका
VIX इंडेक्स में लगातार इजाफे ने नए खरीदारों के बीच भी संदेह पैदा कर दिया है, जो मौजूदा अस्थिर बाजार में पैसा लगाने से कतरा रहे हैं। जैसा कि भारत VIX इंडेक्स में लोकसभा चुनावों के दौरान चढ़ने का इतिहास रहा है। Share Market के जानकार कह रहे हैं अभी आम चुनाव 2024 के बीच में हैं। जैसे-जैसे हम चुनाव नतीजों की तारीख के करीब आएंगे, अस्थिरता और बढ़ने की आशंका है। Share Market के महारथियों की मानें तो भारतीय Share Market ने पहले ही लोकसभा चुनावों में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए की जीत को कम कर दिया है जिसकी वजह से Share Market में समय से पहले मुनाफावसूली शुरू हो गई है। ये बिकवाली केवल फ्रंटलाइन लार्ज-कैप शेयरों में ही दिखाई दे रही है। गुरुवार 9 मई को स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स में तेजी आई और उन्होंने फ्रंटलाइन इंडेक्स को पीछे छोड़ दिया।