दिल्ली. खबर राजधानी दिल्ली से है। जेल में बंद आम आदमी पार्टी (AAP) नेता सत्येंद्र जैन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शनिवार को उनके खिलाफ 7 करोड़ रुपये रिश्वत के आरोप में भ्रष्टाचार निवारण (पीओसी) अधिनियम के तहत जांच की अनुमति दे दी। बता दें कि पिछले साल जनवरी में एसीबी ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ अपनी प्रारंभिक जांच शुरू की थी।
सत्येंद्र जैन की बढ़ीं मुश्किलें
सत्येंद्र जैन को मई 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आय से अधिक संपत्ति के एक अलग मामले में गिरफ्तार किया था और तिहाड़ जेल में बंद है। वहीं मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को ‘एक और फर्जी मामले’ में फंसाने की कोशिश कर रही है।
आतिशी का बीजेपी पर निशाना
उन्होंने कहा, “भाजपा दिन-रात दिल्ली सरकार के खिलाफ साजिश में लगी हुई है। 10 साल में AAP नेताओं पर 200 से ज्यादा केस दर्ज किया गया, लेकिन आज तक भ्रष्टाचार का एक भी रुपये कहीं से बरामद नहीं हुआ। भाजपा दिल्ली सरकार को पंगु बनाना चाहती है।”
ये है 7 करोड़ रिश्वत मामला
आरोप कि आप नेता सत्येंद्र जैन (जो उस समय एक सेवारत मंत्री थे) को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के अधिकारियों द्वारा रिश्वत दी गई थी। यह रिश्वत उन्हें तब दी गयी थी, जब कंपनी 2018-2019 में राष्ट्रीय राजधानी में सीसीटीवी कैमरे लगा रही थी, जो 571 करोड़ रुपये की परियोजना थी। इसके बाद एसीबी जांच बीईएल के पूर्व कर्मचारी मनमोहन पांडे की शिकायत पर शुरू की गई थी।