झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति ने कराया 8 जोड़ो का सामूहिक विवाह, दीपक प्रकाश हुए शामिल, कहा- सराहनीय कार्य, समिति का सदस्य बनने की इच्छा

रांचीः झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति ने 8 8 जोड़ो का सामूहिक विवाह कराया. सामूहिक विवाह आदिवासी/जनजाति रीति रिवाज और परंपरा के अनुसार गांव समाज, पंच, और पहान पुजार से कराया गया है. इस दौरान वर-वधु उपहार के तौर पर बर्तन दिया गया. साथ ही बराती और सराती सहित भोजन की व्यवस्था भी की गई थी. सामूहिक विवाह में भाग लेने वाले लड़के लड़कियों असहाय और गरीब परिवार के थे. कार्यक्रम का आयोजन धुर्वा के सेक्टर 3 एन टाइप में किया गया.

सामूहिक विवाह के आयोजन से फिजूल खर्च से बचा जा सकता है

समिति के अध्यक्ष मेघा उरांव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा की कई ऐसे जोड़ों का परिवार है, जो आर्थिक तंगी के कारण के बिना शादी के रहना पड़ता है. उन परिवारों को सामाज के तानों का सामना करना पड़ता है. साथ ही सामज के लोग ऐसे जोड़ों को भला बुरा सुनाते हैं. उन्होंने कहा कि आज आदिवासी/ जनजाति समाज भी दूसरे का देखकर फिजूल खर्चे करने लगे हैं. इस तरह से सामूहिक विवाह का आयोजन होने से फिजूल खर्च से भी बचा जा सकता है.

सराहनीय कार्य, समिति का सदस्य बनने की इच्छा

सामूहिक विवाह के मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद सह झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश शामिल हुए. उन्होंने कहा है कि झारखंड सरना विकास समिति धुर्वा बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही है. मैं यहां आकर बहुत ही प्रसन्न हूं. उन्होंने कहा कि मुझे इस समिति का सदस्य बनकर खुशी होगी. सरना मां के सामने माथा टेक कर बहुत ही खुशी हो रही है. सरना प्राकृति पूजा से बढ़कर और कोई पूजा नहीं है. जिसने हमें जीने के लिए सब कुछ दिया  है. कार्यक्रम के दौरान दीपक प्रकाश ने समिति/समाज के लिए एक धूमकुडिया भवन हॉल निर्माण के लिए अपने फंड से मदद देने की घोषणा की.

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विशिष्ट अतिथि पंकज नाथ शाहदेव, बीना मिश्रा, संदीप उरांव, आनंदमूर्ति, उमेश यादव, सनी टोप्पो, अंजली लाकड़ा ने भी संबोधित किया. इस इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के बिरसा भगत, जय मंत्री उरांव, लोरया उरांव, लुथरु उराव, डॉ बुटन महली, राजू उराव, बबलू उराव, सीमा टोप्पो, रवि उराव, नीलम तिर्की, कुमुदिनी लकड़ा, मोहन महली, विनोद उरांव, तारक नाथ रजक, चंदा कक्षप, शांति भगत, फुल मंती उरांव, रोपनी मिंज एवं अन्नादानं, धुर्वा के अमर आर्य, अभय झा, अमित नंदन और संजय झा ने सहयोग किया.