रांची: झारखंड में आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक की ओर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। यह बैठक खासकर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आगामी कुछ दिनों में चुनाव होने वाले हैं, और ऐसे समय में यह देखना जरूरी होगा कि सरकार अपनी योजनाओं को कैसे अमली जामा पहनाने की तैयारी कर रही है।
बैठक की प्रमुखता इस बात से भी है कि पूर्व मंत्री चंपा सोरेन, जो हेमंत सोरेन कैबिनेट का हिस्सा रहे हैं, ने हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे के बाद कैबिनेट में महत्वपूर्ण निर्णयों और योजनाओं पर चर्चा की जाएगी, जिनका राज्य के विकास और आगामी चुनावों पर सीधा असर पड़ सकता है।
इस बैठक में राज्य की लंबित योजनाओं और आगामी योजनाओं के क्रियान्वयन की दिशा पर चर्चा की जाएगी। कैबिनेट के सामने विभिन्न मुद्दे जैसे कि रोजगार सृजन, सहायक पुलिस कर्मियों की समस्याएं, और अनुबंध कर्मियों की स्थिति पर निर्णय लिए जा सकते हैं। विशेष रूप से, युवाओं की निगाहें इस बैठक पर हैं क्योंकि रोजगार से जुड़े फैसले भी लिए जा सकते हैं।
मंत्री और पूर्व सीएम चंपा सोरेन के इस्तीफे के बाद सरकार को एक झटका लगा है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दावा है कि सरकार राज्य के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लेने के लिए प्रतिबद्ध है। कैबिनेट के इस महत्वपूर्ण सत्र में राज्य की मौजूदा योजनाओं की समीक्षा की जाएगी और यह तय किया जाएगा कि उन योजनाओं को कैसे लागू किया जाए।
इस बैठक में चर्चा होने वाले प्रमुख मुद्दों में से एक यह होगा कि सरकार आगामी चुनावों से पहले अपने वादों को पूरा करने के लिए कौन-कौन से कदम उठाने वाली है। विशेष रूप से, युवा वर्ग, सहायक पुलिस कर्मी, और अनुबंध कर्मियों की समस्याओं पर चर्चा होने की संभावना है।
सभी प्रमुख समाचार चैनल और मीडिया आउटलेट्स इस बैठक पर गहरी नजर रखे हुए हैं, और इस बैठक से निकलने वाले निर्णयों का असर झारखंड की राजनीति और प्रशासन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।