रांची: राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में एक नया मोड़ सामने आया है। मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि सिद्दीकी की हत्या के लिए दो प्लान तैयार किए गए थे। अगर पहला प्लान विफल होता, तो दूसरे प्लान के तहत उनकी हत्या की जानी थी।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि सिद्दीकी के हत्यारे झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में एके-47 चलाने का प्रशिक्षण लेने के लिए गए थे। पुलिस के अनुसार, 28 जुलाई को गौरव अपुने, रूपेश मोहोल और शुभम लोनकर जैसे शूटरों ने झारखंड के खनन क्षेत्रों में उन्नत हथियारों का प्रशिक्षण लिया। आशंका जताई जा रही है कि शुभम लोनकर ने स्थानीय नक्सली समूहों की मदद से इस प्रशिक्षण की व्यवस्था की होगी।
इस प्रशिक्षण के बाद इन शूटरों ने सिद्दीकी की हत्या की साजिश को अंजाम दिया। मुंबई पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या की योजना को लेकर शिवकुमार गौतम, धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह शामिल थे। यह साजिश सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की घटना के बाद रची गई थी।
एक महीने तक सिद्दीकी की गतिविधियों पर निगरानी रखने के बाद 12 अक्टूबर को हत्या को अंजाम दिया गया। वहीं, पुलिस नक्सली कनेक्शन की जांच कर रही है, हालांकि फिलहाल इस कनेक्शन की पुष्टि नहीं हुई है।