Jharkhand Weather Update: झारखंड में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश का दौर जारी है। राज्य के कई जिलों में दो दिनों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं राजधानी रांची में बीते कई वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है, जहां लगातार बारिश हो रही है।
Jharkhand Weather Update: बंगाल की खाड़ी में दो सिस्टम सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में दो सक्रिय सिस्टम के कारण झारखंड में भारी नमी आ रही है, जिससे लगातार बारिश हो रही है। इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि “एक सिस्टम दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में है और दूसरा उत्तर-पूर्व बांग्लादेश व उसके आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है। इन दोनों के कारण पूरे झारखंड में हल्के से लेकर बहुत भारी बारिश तक की संभावना है।”
Jharkhand Weather Update: 15-18 सितंबर को भारी बारिश का अनुमान
15 सितंबर को दुमका, देवघर, जामताड़ा, धनबाद और गिरिडीह में ऑरेंज अलर्ट जारी है, जबिक साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा, रामगढ़, रांची, खूंटी, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम में येलो अलर्ट जारी है। वहीं 16 सितंबर को हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, लातेहार, रांची, रामगढ़, लोहरदगा, बोकारो के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 17-18 सितंबर को भी उत्तरी झारखंड जैसे हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
Jharkhand Weather Update: रांची में टूटा कई सालों का रिकॉर्ड
राजधानी रांची में 1 जून से लेकर 15 सितंबर तक कुल 1400 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि इस अवधि का सामान्य औसत 921 मिमी होता है। यानी रांची में 50 प्रतिश अधिक बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा, “इस बार मानसून ने रांची पर विशेष मेहरबानी दिखाई है। दो महीने से लगातार बारिश हो रही है, यह एक अभूतपूर्व स्थिति है।”
रांची, पूर्वी सिंहभूम, और सरायकेला-खरसावां जैसे जिलों में 20% से अधिक एक्सेस बारिश दर्ज की गई है। वहीं पूर्वी सिंहभूम में अब तक 1550 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
Jharkhand Weather Update: 20 सितंबर के बाद आंशिक राहत के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, 20 सितंबर से बारिश में थोड़ी कमी आ सकती है। हालांकि पूरी तरह से बारिश से निजात नहीं मिलेगी। 20 तारीख के बाद रांची और झारखंड के कुछ हिस्सों में बारिश घट सकती है, लेकिन गर्जन और रुक-रुक कर बारिश की स्थिति बनी रहेगी। मानसून की पूर्ण वापसी अक्टूबर के पहले हफ्ते के बाद ही होगी।
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