रांची : मेन रोड और आसपास के इलाके में गुरुवार रात नूपुर शर्मा का पोस्टर बंटा था.
सोशल मीडिया पर भी लोगों को जुमे की नमाज के बाद जुटने के लिए कहा गया था.
लोग ईंट-पत्थर भी जुटाते रहे, लेकिन खुफिया विभाग और रांची पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.
शांति समिति की बैठक तक नहीं हुई
पुलिस को प्रदर्शन की सूचना थी. लेकिन शांति समिति की बैठक तक नहीं की.
न ही अतिरिक्त पुलिस बल को ही तैयार रखा.
यही कारण रहा कि हालात बिगड़ने के बावजूद अतिरिक्त पुलिस बल को
मौके पर पहुंचने में 40 मिनट से ज्यादा का समय लग गया.
दहशत में लोग
मेन रोड में बवाल की घटना के बाद लोग दहशत में है. वहीं कुछ बदमाशों ने माहौल बिगाड़ने की साजिश की. हिंदू नेता भैरव सिंह के घर पर पथराव व तोड़फोड़ किया गया. इधर, सुजाता चौक के पास एक युव को घेरकर बदमाशों ने नाम पूछकर मारपीट की. इससे युवक घायल हो गया. उसके आंख से पास चोट लगी.
मस्जिद से हुआ प्रोटेस्ट नहीं करने का एलान, न्यायिक जांच हो- मौलाना
एकरा मस्जिद से किसी भी तरह का प्रोटेस्ट या बंद का एलान नहीं किया गया था. एकरा मस्जिद के इमाम मौलाना डॉ. ओबैदुल्लाह कासमी ने कहा है कि सोशल मीडिया पर मैसेज देखने के बाद गुरुवार की रात ही एक बयान जारी कर किसी भी तररह का बंद या प्रोटेस्ट नहीं करने की अपील की गई थी. कहा गया था कि इस प्रोटेस्ट में किसी भी तंजीम या संगठन का कोई संबंध नहीं है. इसी तरह जुमे की नमाज के दोरान भी एलान किया गया कि प्रोटेस्ट नहीं करनी है न ही कोई बंद की घोषणा है. प्रोटेस्ट का एकरा मस्जिद से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है.
मौलाना ने कहा कि इस पूरी घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए. इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकरर शहर की शांति में खलल डाली गई. इस साजिश् के पीछे कौन हे पुलिसस की इसकी जांच करे. दोषियों को गिरफ्तार किया जाए. साथ ही मौलाना कासमी ने अफवाहों से बचने की अपील की.
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