रांचीः 1932 खतियान का मुद्दा कई दिनों से चर्चा पर है। पर इसका समाधान अबतक नहीं निकल पाया है। 1932 खतियान आधारित विधेयक दो बार राज्यपाल ने वापस कर दिया है। इसको लेकर सियासत भी गर्म हो गई है।
1932 खतियान पर मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने आज कहा कि इस मामले पर अभी मैं कुछ कंमेंट नहीं करुंगी। पिछले सारे सेशन में राज्यपाल का जो मंतब्य आया है उसे पढ़ा जाना है। उसको सुनने के बाद ही हम कुछ सजेशन या फिर कमेंट करेंगे।
जल, जंगल, जमीन जैसे मुख्य मुद्दों पर होनी चाहिए बात
बीजेपी के धीरज साहू कैश कांड के बाद हंगामें को लेकर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड का सबसे अहम मुद्दा जल, जंगल, जमीन है। इन मुख्य मुद्दों पर ये बात नहीं करते हैं। लोकसभा और राज्यसभा से वन संरक्षण अधिनियम में जो संशोधन किया गया है उसके तहत केन्द्र सरकार को भी ये अधिकार है कि वे अब किसी भी निजी कंपनी को भी जमीन दे सकती है।
उकसाने और भड़काने की बात करता है बीजेपी
झारखंड में पी-पेशा कानून और जल, जंगल, जमीन बचाने की हम बात करते हैं। इन तमाम मुख्य मुद्दों को न रखकर ये बस इसी तरह की उकसाने और भड़काने वाली बातें करते हैं।
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और जहां तक भ्रष्टाचार की बात है तो इनसे पूछ लीजिए कि अगर ये किसी दूसरे दल में है तो भ्रष्टाचारी हैं और फिर जब कोई बीजेपी पार्टी जॅाइन कर लेते हैं तो ये गंगा नहाने वाली बात हो जाती है।
ईडी और सीबीआई थोड़ी है जो सबकुछ बताएगी
इसी तरह का मामला महाराष्ट्र में शरद पवार के साथ हुआ था। आज धीरज साहू के ऊपर उंगली उठाई जा रही है। धीरज साहू बड़े कारोबारी हैं उनकी पुस्तैनी संपत्ति है। ये आईटी का मामला है, यदि उनके पास आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है तो उन्हें पेनाल्टी लगेगी। क्या ये ईडी और सीबीआई है जो ये बताएंगे कि किसका-किसका पैसा है।
JSSC Exam Agency के ऊपर भी सवाल उठनी चाहिए
JSSC CGL की परीक्षा होनी थी पर वो रद्द हो गया। JSSC ने नोटिफिकेशन जारी करके कहा कि परीक्षा एजेंसी परीक्षा नहीं ले सकती है, ये कहीं न कहीं एजेंसी के ऊपर भी सवाल उठाने वाली बात है। सरकार चाहे किसी की भी हो हम रोजगार के मुद्दों तथा विद्यार्थियो के मुद्दों पर गंभीर हैं।
सीएम ने दिया है आश्वासन
इस मामले में सीएम हेमंत सोरेन के साथ बात भी हुई है जिसमें सीएम ने कहा है कि विधानसभा का सत्र खत्म होने के बाद निश्चित ही JSSC के साथ बैठकर चर्चा की जाएगी, इसके साथ ही एक तिथि भी निर्धारित की जाएगी।
क्योंकि JSSC Exam Agency के तरफ से ये कहना this is an excuse कि हम परीक्षा कंडक्ट नहीं करा सकते तो फिर आपको हायर किसलिए किया गया है?
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