रांची: पीएमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश की अदालत में शनिवार को बड़गांई अंचल के 8.46 एकड़ जमीन घोटाला मामले की सुनवाई हुई। मामले में चार्जशीटेड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित 12 आरोपियों ने अदालत में हाजिरी दी। जेल में बंद आरोपियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई, जबकि जमानत पर चल रहे आरोपियों की ओर से स्वयं आरोपी या उनके वकीलों ने कोर्ट में हाजिरी दी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो फिलहाल जमानत पर हैं, की ओर से उनके वकील ने अदालत में उपस्थिति दर्ज कराई। पेशी के बाद अदालत ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गांई अंचल के निलंबित राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद, झामुमो नेता अंतु तिर्की, मो. सद्दाम, अफसर अली, विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय, इरशाद अख्तर, शेखर कुशवाह, हजारीबाग के कोर्ट कर्मी इरशाद, कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस के कर्मी तापस घोष और चौकीदार संजीत कुमार की न्यायिक हिरासत 18 जनवरी 2025 तक बढ़ा दी है।
यह मामला झारखंड के बहुचर्चित जमीन घोटाले से जुड़ा है, जिसमें कई प्रभावशाली व्यक्तियों और अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है। मामले की अगली सुनवाई में आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।