पटना : बिहार भाजपा के भीष्म पितामह, परम श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र की 100वीं जन्मशताब्दी पर आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पटना में मौजूद हैं। नड्डा ने कहा कि हमारे लिए वे प्रेरणास्रोत हैं। आज मुझे स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र के 100वीं जन्म जयंती के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला। मैं अपनी ओर से यहां मंच पर बैठे हुए तमाम नेताओं तथा बिहार के लाखों-लाख कार्यकर्ताओं की ओर से कैलाशपति मिश्र को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि कैलाशपति मिश्र पार्टी के प्रथम पंक्ति के नेता थे। कैलाशपति मिश्र पार्टी के प्रथम पीढ़ी के भी नेता थें। उन्होंने अपना जीवन और अपना बाल्यकाल स्वाधीनता आंदोलन में लगाया। इसके साथ-साथ उनका संपर्क राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से हुआ और 1945 में संघ प्रचारक के रूप में उन्होंने अपना जीवन समाज को समर्पित किया। भारतीय जनता पार्टी के लिए कैलाशपति मिश्र ने सारा जीवन लगा दिया था। आज हम जो यह विराट स्वरूप देख रहे हैं, उसके दधीचि के रूप में कैलाशपति मिश्र जी का हम देखते हैं। वे पार्टी के बिहार के भीष्म पितामह थे। वे विचारधारा के लिए लड़ते थे और विचारधारा के लिए ही समर्पित थे।
नड्डा ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने समाज के अंतिम पीढ़ी तक योजनाओं के लाभ को पहुंचाने का नारा दिया था, जिसे आगे मोदी जी ने बढ़ाया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास यदि किसी ने संभव किया, तो वो पीएम नरेंद्र मोदी ने करके दिखाया। पिछले 10 सालों से सभी वर्गों को सशक्तिकरण के साथ समाज में खड़े करने के उद्देश्य को लेकर के मोदी जी जुटे हुए हैं।
कैलाशपति अपने आप में एक संस्था थे। उन्होंने समाज के सभी वर्गों को आगे बढ़ाने का काम किया। एक माला में पिरोने का काम किया। वे दलितों के लिए और सामाजिक न्याय के लिए हमेशा लड़ते रहे। जिस बात के लिए कैलाशपति ने अपना जीवन लगाया, वहीं भारतीय जनता पार्टी की सोच, विचारधारा, दृष्टि और कार्य करने का तरीका है। गरीबों को आगे बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य है।
पिछले 10 साल यूपीए सरकार के दौरान महिला आरक्षण बिल अटका रहा, किसी ने इसकी सुध नहीं ली मगर प्रधानमंत्री मोदी ने तीन दिन के अंदर नारी शक्ति वंदन विधेयक लाकर के महिलाओं को आरक्षण दिलाने का काम कर दिखाया। ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिलाने का काम मोदी ने किया था। आखिर क्यों कांग्रेस सरकार, यूपीए, जिसमें लालू यादव भी थे, इससे पहले ओबीसी समाज के साथ ऐसा नहीं किया? मैं यह बात गौरव के साथ कह सकता हूं कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व ने बिहार को हमेशा मुख्यधारा से जोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि, नल से जल, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाएं देने का काम किया। लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाने का काम किया। ओबीसी को संवैधानिक दर्जा देने का काम नरेन्द्र मोदी ने किया। इस तरह मोदी सरकार ने किसान, महिला, युवा, दलित, पीड़ित, शोषित, आदिवासी सबको सम्मान देने का काम किया।
नड्डा ने आगे कहा कि बिहार की सरकार लूट, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण में मस्त है। भाई को भाई से लड़ाने में मस्त है। अब ऐसी सरकारों को गुडबाय कहने का समय आ गया है और भारतीय जनता पार्टी को लाने का समय आ गया है। I.N.D.I. Alliance तीन आधार पर खड़ा है। पहला- परिवारवाद, दूसरा- भ्रष्टाचार और तीसरा- तुष्टिकरण। पहले ये क्षेत्रीय पार्टी बनते हैं और फिर परिवार की पार्टी बन जाते हैं। लेकिन भारत का प्रजातंत्र परिवारवाद को कभी भी प्रश्रय नहीं देगा, विचारधारा को प्रश्रय देगा, इसलिए परिवारवाद पार्टियों का समाप्त होना जरूरी है।
आफताब आलम की रिपोर्ट