कड़ी मशक्कत के बाद गोद लेने वाली मां ने नवजात बच्ची को पुलिस को किया हवाले
रोहतास : जिले के करगहर थाना क्षेत्र अंतर्गत बालापुर में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. जहां एक कलयुगी मां ने अपने नवजात बच्ची को मरने के लिए श्मशान में फेंक दिया. बच्ची की रोने की आवाज सुनकर जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो कपड़े में लिपटी हुई श्मशान में एक नवजात बच्ची मिली. जिसके बाद बालापुर गांव के एक दंपती ने बच्चे को उठाकर अपने घर ले आई तथा उसका देख-रेख शुरू किया.
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कलयुगी मां: पहले चाइल्ड केयर को बच्ची देने से किया इंकार
वहीं किसी ने इसकी सूचना पुलिस एवं चाइल्ड केयर को दे दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची चाइल्ड केयर को दंपति एवं ग्रामीणों ने बच्ची को देने से इंकार कर दिया. मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस एवं चाइल्ड केयर के लोगों ने तीन दिन बाद दंपती को कागजी तौर पर बच्ची को देने की बात कह कर करगहर के सरकारी अस्पताल बुलाया. जहां पर काफी देर तक पुलिस, चाइल्ड केयर के कर्मी एवं बच्ची को गोद लेने वाले लोगों के बीच कहासुनी होती रही. जिसमें ग्रामीण बच्ची को देने से इंकार कर रहे थे.

पुलिस के दबाव में दंपती ने बच्ची को दिया
पुलिस के दबाव के बाद बच्ची को चाइल्ड केयर के हवाले किया गया. करगहर सीएचसी में प्राथमिक उपचार करने के बाद बच्ची को सासाराम के एसएनसीयू भेजा गया है. जहां उसका इलाज कर उसको चाइल्ड केयर के हवाले किया जाएगा. वहीं इस दौरान जिस महिला ने बच्ची को गोद लिया था उसकी ममता साफ तौर पर दिखाई दी. जिस मां ने दो दिन पहले इस बच्ची को अपने से अलग नहीं होना देना चाह रही थी. तथा पुलिस एवं चाइल्ड केयर के अधिकारियों से बचकर बच्ची को लेकर भागने की भी प्रयास कर रही थी. लेकिन नियम और कानून के आगे मां की ममता झुक गई तथा चाइल्ड केयर के कर्मी बच्ची को अपने साथ ले गए.